पालीगंज में हैं श्वेता विश्वास के समक्ष दो बड़ी चुनौतियां
विष्णुकांत मिश्र
20 सितम्बर 2021
PATNA. पटना जिला परिषद के निर्वाचन क्षेत्र संख्या15-पालीगंज (PALIGANJ) पश्चिमी में इस बार मुकाबले का स्वरूप बहुत कुछ बदल गया है. निवर्तमान जिला पार्षद श्वेता विश्वास (SWETA VISWAS) को टक्कर देने वाली वेलवंती देवी मैदान से बाहर हैं. उनका गांव डीहपाली प्रस्तावित पालीगंज नगर पंचायत (PALIGANJ NAGAR PANCHYAT)में समाहित हो गया है.
संभवतः अब नगर पंचायत के चुनाव में भाग्य आजमायेंगी. बताया जाता है कि इस चुनाव में अपना समर्थन ममता देवी को दे रही हैं. ममता देवी उनके पति वीरेन्द्र प्रसाद के भतीजे की पत्नी हैं. यानी रिश्ते में पुत्रवधू हैं. उनका घर संयोगवश प्रस्तावित नगर पंचायत की सीमा से बाहर रह गया. एक समय में पालीगंज भाकपा- माले (CPI-ML) बनाम रणवीर सेना (RANVEER SENA) का रणक्षेत्र रहा है. वर्तमान राजनीति पर भी उसकी परछाई है. मतों की गोलबंदी कुछ-कुछ इस रूप में भी हुआ करती है.
इन्दु देवी का भी है जनाधार
2016 में तीसरे स्थान पर रहीं इन्दु देवी के पिता सिद्धनाथ शर्मा (SIDHANATH SHARMA) के बारे में बताया जाता है कि सवर्ण समाज में उनकी अच्छी पकड़ है. 2006 में जिला परिषद का चुनाव भी लड़ चुके हैं. 2011 में इन्दु देवी के पति राकेश रौशन उम्मीदवार थे. वह पटना जिला भाजपा के मंत्री रह चुके हैं. इन्दु देवी का मायका और ससुराल दोनों इसी निर्वाचन क्षेत्र में है.
भाजपा से गहरे रूप से जुड़ीं दिव्या गुंजन (DIVYA GUNJAN) भी इस बार चुनाव मैदान में हैं. जलपुरा गांव निवासी दिव्या गुंजन पटना जिला भाजपा की उपाध्यक्ष हैं. उनके पति देवेश गुंजन सिविल इंजीनियर हैं. वैसे तो यह चुनाव दलविहीन है, पर भाजपा समर्थकों के बड़े तबके का साथ इस बार दिव्या गुंजन को मिलता दिख रहा है.
चुनौती दिव्या गुंजन की भी
2015 में पालीगंज से भाजपा के उम्मीदवार रहे पूर्व विधायक रामजनम शर्मा (EX. MLA RAMJANAM SHARMA) की मानें तो दिव्या गुंजन को सर्वजातीय समर्थन प्राप्त है. इसलिए राह आसान दिख रही है. श्वेता विश्वास को दिव्या गुंजन से किस रूप में और कितनी चुनौती मिल रही है इसका आकलन थोड़ा मुश्किल है, पर उनके लिए पूर्व जिला पार्षद अशोक कुमार की पत्नी सुनयना देवी (SUNYANA DEVI) बड़ी परेशानी के तौर पर उभरती नजर आ रही हैं.
सुनयना देवी में भी है काफी दम
अशोक कुमार राजद से जुड़े हैं. ऐसा माना जाता है कि महागठबंधन के घटक के नाते भाकपा-माले के समर्थकों की ताकत भी उनके साथ है. कांग्रेस के समर्थकों की भी.2016 के चुनाव में यह ताकत अलग- अलग उम्मीदवार के पीछे खपी थी. इस बार उनकी सम्मिलित ताकत नया गुल खिला दे तो वह अचरज की कोई बात नहीं होगी.
पर, रामपुर नगमा पंचायत के निवर्तमान मुखिया पूर्व जिला पार्षद रवीश कुमार सिंह उर्फ रवीश कौंडिल्य का कुछ और ही मानना है. उनके मुताबिक श्वेता विश्वास का कहीं कोई मुकाबला नहीं है. क्षेत्र के अधिसंख्य लोग उन्हें स्थानीय नेतृत्व के तौर पर मिल रहे उभार को मजबूती प्रदान करने का मन बनाये हुए हैं.
नहीं होना चाहेंगे वंचित
श्वेता विश्वास (SWETA VISWAS) वर्तमान में राज्य की राजनीति की एक बड़ी हस्ती हैं. इसका लाभ क्षेत्र को मिल रहा है. इससे लोग कतई वंचित नहीं होना चाहेंगे. इस निर्वाचन क्षेत्र में 29 सितम्बर को चुनाव होना है.