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अनुष्का – प्रकरण : तेजप्रताप यादव… मामला है ‘माशूका डाह’ का !

विष्णुकांत मिश्र
28 मई 2025
Patna : सौतिया डाह… सौतों के बीच होने वाली पारस्परिक ईर्ष्या, द्वेष या जलन. लेकिन, मामला यह सौतिया डाह का नहीं है. कारण कि इसकी किरदार सौत होने का दावा भले कर रही हैं, पर विधिवत सौत नहीं हैं. अभी माशूका (Mashooka) हैं. इसलिए इसे ‘माशूका डाह’ ही कहा जा सकता है. राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद (Lalu Prasad) के मासूमियत का आडंबर फैला रखे बड़े पुत्र तेजप्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) ऐसी ही ‘माशूका डाह’ का शिकार हो गये हैं. पार्टी और परिवार से दूर कर दिये गये हैं. इसके पीछे क्या खेल हुआ, इसका राजनीतिक निहितार्थ क्या है, इस पर चर्चा बाद में. अभी चर्चा सिर्फ इस बात की कि आखिर तेजप्रताप यादव ‘माशूका डाह’ का शिकार क्यों और कैसे हो गये?

इश्क का कबूलनामा

सोशल मीडिया (social media) के एक हिस्से में जो जानकारी वायरल हो रही है, उसके मुताबिक दिल्ली (Delhi) की राउज एवेन्यू कोर्ट (Rouse Avenue Court) से अनुमति लेकर तेजप्रताप यादव 17 मई 2025 को मालदीव (maldive) गये थे. 23 मई 2025 को लौट आये. उसके दो ही दिन बाद 25 मई 2025 को सोशल मीडिया में उनके ‘इश्क के कबूलनामे’ के रूप में जो धमाका हुआ उसने लोगों को चौंका दिया. हालांकि, इस कबूलनामे में कोई नयी बात नहीं थी. तेजप्रताप यादव के बहुविवादित व बहुचर्चित मामा पूर्व सांसद अनिरुद्ध प्रसाद यादव उर्फ साधु यादव (Anirudh Prasad Yadav alias Sadhu Yadav) बहुत पहले उनकी ‘रासलीला’ का सार्वजनिक बखान कर चुके थे. लेकिन, उनके खूब वायरल हुए इस बखान पर तब किसी ने ध्यान नहीं दिया. साधु यादव ने लगभग वही सब खुलासा किया था जिसे लोग आज प्रत्यक्ष रूप में देख और सुन रहे हैं.

साजिश का संकेत

बहरहाल, पत्नी ऐश्वर्या राय (Aishwarya Rai) से विधिवत तलाक लिये बिना ‘इश्क के कबूलनामे’ से कोई नया कानूनी बखेड़ा न खड़ा हो जाये इससे बचने के लिए राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने आनन-फानन में तेजप्रताप यादव को पार्टी एवं परिवार से बाहर का रास्ता दिखा दिया. ‘इश्क के कबूलनामे’ का सच जानने का प्रयास नहीं किया. वाकई वह तेजप्रताप यादव का कबूलनामा था या उनके खिलाफ कोई साजिश हुई, इसकी तहकीकात नहीं की. इससे इनकार नहीं किया जा सकता कि तेजप्रताप यादव और अनुष्का यादव (Anushka Yadav) में ‘बिन फेरे हम तेरे’ जैसी इश्कबाजी लम्बे समय से चल रही थी. उस दिन फेसबुक और ट्विटर पर कबूलनामे को चढ़ाने और उतारने का जो खेल हुआ वह साजिश का संकेत था.

अवसर दूसरी को मिल गया

अब सवाल है कि साजिश किसने की? फेसबुक मैसेंजर पर अनुष्का यादव और अलका यादव (Alka Yadav) के बीच हुई चैट पर आधारित सोशल मीडिया की खबर को सही मानें, तो 17 मई 2025 को तेजप्रताप यादव अकेले मालदीव नहीं गये थे. साथ में पटना के खगौल निवासिनी उनकी तथाकथित दूसरी माशूका निशु सिन्हा (Nishu Sinha) थी. वही निशु सिन्हा जिसे साधु यादव के कथनानुसार लालू प्रसाद ने तेजप्रताप यादव से दूर करने के लिए करोड़ों रुपये दिये थे. दिल्ली के कनाट प्लेश (kanat Plesh) में जगह भी उपलब्ध करा दी थी. फेसबुक मैसेंजर चैट के मुताबिक तेजप्रताप यादव और निशु सिन्हा की यह ‘गर्भाधान यात्रा’ थी. तेजप्रताप यादव की योजना अनुष्का यादव के साथ मालदीव जाने की थी. अवसर निशु सिन्हा को मिल गया. कैसे? यह रहस्य है.

यही बन गया आधार

वैसे, चैट में अनुष्का यादव के बीमार पड़ जाने की चर्चा है. जो हो, निशु सिन्हा का तेजप्रताप यादव के साथ मालदीव जाना कथित तौर पर ‘माशूका डाह’ का आधार बन गया. यहां यह जानने की जरूरत है कि अनुष्का यादव की जिस अलका यादव से फेसबुक मैसेंजर चैट हुई वह तेजप्रताप यादव के मामा पूर्व सांसद सुभाष यादव की पुत्री हैं. ऐसा सोशल मीडिया में दावा किया जा रहा है. इस चैट में अनुष्का यादव ने ‘खबर’ बनाने की बात कही है. दूसरे दिन खबर बन गयी. तेजप्रताप यादव तबाही में घिर गये.

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