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सीतामढ़ी के बोखड़ा प्रखंड में उखड़ गया राजद का अंगदी पांव!

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मदनमोहन ठाकुर
29 जनवरी, 2022

SITAMARHI : जिले के बोखड़ा (Bokhara) के प्रखंड प्रमुख के पद पर अंगद की तरह जमे हुक्मदेव नारायण यादव (Hukumdeo Narayan Yadav) के पांव इस बार उखड़ गये. इस पद पर सुधीर कुमार साह (Sudhir Kumar Sah) काबिज हो गये. इससे स्थानीय राजनीति चौंक गयी. सुधीर कुमार साह बनौल पंचायत से पंचायत समिति के सदस्य निर्वाचित हुए हैं. उनकी मां वीणा देवी (Veena Devi) जिला परिषद क्षेत्र संख्या 38 से दो बार चुनाव लड़ीं. कभी जीत नहीं मिली, पर दूसरे स्थान पर जरूर रहीं. 2016 में वह मुखिया पद के चुनाव में उम्मीदवार बन गयीं. मात्र 85 मतों से पिछड़ गयीं.

नकार दिया हुक्मदेव को
इस बार सुधीर कुमार साह ने लक्ष्य निर्धारित कर प्रखंड प्रमुख की कुर्सी हासिल कर ली. उन्होंने यह दिखा दिया कि जनता का बल किसी खास जाति या व्यक्ति को एक समय-सीमा तक ही मिलता है. उसके एकबाल में जब कमी आ जाती है और जनहित के कार्यों में ईमानदारी खत्म हो जाती है तब जनता बदलाव ला देती है. हुक्मदेव नारायण यादव के साथ ऐसा ही हुआ. 2011 में प्रखंड प्रमुख का पद अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित था. इस कारण वह वंचित रह गये. अन्यथा 2001 से लेकर 2015 तक कभी वह और कभी उनकी पत्नी शोभा देवी (Shobha Devi) प्रमुख रहीं.


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नहीं हुआ लोभ-लाभ का खेल
इस बार 16 सदस्यीय पंचायत समिति के सदस्य सुधीर कुमार साह के साथ डटे रहे. अन्य प्रखंडों में लोभ-लाभ का खेल हुआ, पर बोखड़ा प्रखंड में वह सब नहीं चला. भ्रष्टाचार को उखाड़ फेंकने के संकल्प के तहत सुधीर कुमार साह का चयन हो गया. सुधीर कुमार साह कहते हैं कि इस प्रखंड (Prakhand) में भ्रष्टाचार सबसे गंभीर समस्या है. इसने विकास को अवरुद्ध कर रखा है. प्रखंड को भ्रष्टाचारमुक्त बनाना उनकी प्रमुखता होगी. सुधीर कुमार साह राजद (RJD) से जुड़े हुए हैं. सीतामढ़ी जिला युवा राजद के उपाध्यक्ष हैं. भवन सामग्री का व्यवसाय है. पर, सामाजिक कार्यों से गहरे रूप से जुड़े हुए हैं.

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