हिन्दी राजभाषा है, इसे सरल होनी चाहिये
देवव्रत राय
14 सितम्बर, 2022
PATNA : ए.एन.कालेज, पटना के पुस्तकालय सभागार में हिंदी दिवस (Hindi Divas) समारोह का आयोजन किया गया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधान पार्षद प्रो. रामवचन राय (Ramvachan Ray) थे. उन्होंने कहा कि ए.एन. कालेज (A.N. College) का परिसर अनुग्रह बाबू (Anugrah Babu) के व्यक्तित्व से प्रभावित है. महाविद्यालय दिनों-दिन प्रगति कर रहा है.
प्रो. रामवचन राय ने कहा कि हिंदी (HINDI) का अपेक्षित विकास नहीं होने के लिए हिंदी के लोग ही दोषी हैं. हमने हिंदी का कृत्रिम संसार रच दिया है. संविधान के अनुसार हिंदी हमारी राजभाषा (Rajbhasha) है, अतः यह सरल होनी चाहिये. राजभाषा के रूप में हिंदी का दायित्व है कि यह भाषा भूख और रोटी की भाषा बन सके.
कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्रधानाचार्य (Principal) प्रो. एस. पी. शाही (Prof. S.P. Shahi) ने की. उन्होंने कहा कि राष्ट्रभाषा की परिकल्पना महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) ने की थी. हिंदी एकमात्र ऐसी भाषा है जो देश की अखंडता और एकता अक्षुण्ण रख सकती है. परंतु हिंदी को जो सम्मान मिलना चाहिये वह नहीं मिल पाया है.
कई विकसित देशों ने अपनी मातृभाषा में कार्य कर देश (Country) का विकास किया है हमें इससे सीखने की जरूरत है. स्वागत भाषण करते हुए प्रो. कलानाथ मिश्र (Prof. Kalanath Mishra) ने कहा कि हिंदी भाषा में सभी भावों को भरने की अद्भुत क्षमता है, यही कारण है कि हिंदी को भारत (India) की जननी भाषा कहा जाता है.
इस अवसर पर महाविद्यालय की पत्रिका ‘अनुग्रह ज्योति’ (Anugrah Jyoti) का विमोचन किया गया. मंच संचालन डा. संजय कुमार सिंह एवं डा. भारती कुमारी तथा धन्यवाद ज्ञापन डा. विद्या भूषण ने किया. इस अवसर पर प्रो. कृष्णा सिंह, प्रो. प्रियरंजन सिंह, डा. विनोद झा, डा. रत्ना अमृत, डा. विजय कुमार, डा. अभिषेक दत्त, डा. निशा कुमारी, डा. ज्योतिष कुमार, डा. मणिभूषण कुमार उपस्थित थे.
#TapmanLive