दूसरे देशों में भी अभियान : खालिस्तानियों की नींद हराम!
शिवकुमार राय
31 जनवरी 2024
New Delhi : भारत में आतंकवाद फैलाने वालों के खिलाफ पाकिस्तान में ही नहीं, दूसरे देशों में भी बहुत कुछ ऐसा ही अघोषित अभियान चल रहा है. ऐसे दहशतगर्दों में पहले खालिस्तानी आतंकी अवतार सिंह खांडा मारा गया. 15 जून 2023 को बर्मिंघम (Birmingham) के एक अस्पताल में उसकी मौत हुई. उसने लंदन स्थित भारतीय दूतावास में राष्ट्रीय ध्वज का अपमान किया था. उसकी हत्या के महज चार दिन बाद 19 जून 2023 को कुख्यात खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर को कनाडा में दो अज्ञात बंदूकधारियों ने गोलियों से छलनी कर दी.
गुरुद्वारे के बाहर
यह वारदात गुरुद्वारे के बाहर हुई. ये दोनों आतंकी एनआईए की लिस्ट में थे. हरदीप सिंह निज्जर पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित था. उसकी हत्या पर कनाडा ने कड़ा बयान दिया था. आरोप (Blame) लगाया था कि हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंट शामिल हैं. उसके इस आरोप को भारत सरकार ने सिरे से खारिज कर दिया. इसके बावजूद संबंध इतने खराब हो गये कि दोनों ने एक दूसरे के राजदूत (Ambassador) को अपने देश से निकाल दिया. तनातनी की स्थिति अब भी बनी हुई है.
भारत की नाराजगी
दो खालिस्तानी आतंकियों के इस तरह मारे जाने के बाद कनाडा और दूसरे मुल्कों में अड्डा बना रखे खालिस्तानियों के होश फाख्ता हो गये हैं. यह सर्वविदित है कि खालिस्तानी आतंकी ब्रिटेन (Britain) और कनाडा (Canada) में खुद को सुरक्षित मानते हैं. कारण कि दोनों देशों की सरकारों ने उनके प्रति नरम रुख अपना रखा है. भारत इस पर नाराजगी जाहिर कर चुका है. भारतीय तिरंगा के अपमान का आरोपी अवतार सिंह खांडा खुलेआम घुमता रहा. भारत ने अमेरिका में बसे बड़े खालिस्तानी गुरपतवंत सिंह पन्नू (Gurpatwant Singh Pannu) के खिलाफ इंटरपोल से रेडकार्नर नोटिस जारी करने का आग्रह किया था. उसे ठुकरा दिया गया.
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‘सिख फॉर जस्टिस’
गुरपतवंत सिंह पन्नू पंजाब को ‘आजाद’ कराने और खालिस्तान नारे के तहत पंजाबियों को आत्मनिर्णय का अधिकार देने के लिए अमेरिका (America) में ‘सिख फॉर जस्टिस’ नाम से संगठन चला रहा है. पाक खुफिया एजेंसी आईएसआई का पूर्ण समर्थन हासिल है. खालिस्तान (Khalistan) के मुद्दे पर जनमत संग्रह को लेकर उसने पाकिस्तान की यात्रा की थी. उस दौरान आईएसआई एवं अन्य आतंकी संगठनों के सदस्यों से उसकी मुलाकात हुई थी. भारत सरकार (Indian Government) ने 01 जुलाई, 2020 को गैर कानूनी गतिविधियां निषेध कानून (यूएपीए) के तहत उसे आतंकी (Terrorist) घोषित कर रखा था.
गुरुपतवंत सिंह पन्नू
उसका मानना है कि गुरपतवंत सिंह पन्नू राष्ट्रविरोधी गतिविधियों और खालिस्तानी आंदोलन में शामिल है. पंजाब में सिख आतंकवाद को पुनर्जीवित करने की मुहिम चला रहा है. अमेरिका के खुलासे के मुताबिक हाल के दिनों में गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश रची गयी थी जो नाकामयाब रही. आईएसआई को सबसे बड़ा झटका पाकिस्तान (Pakistan) में खालिस्तान कमांडो फोर्स (केसीएफ) के प्रमुख आतंकवादी परमजीत सिंह पंजवार की मई 2023 में लाहौर में हुई हत्या से लगा था. परमजीत सिंह पंजवार भारत में बम धमाकों के मामलों में अति वांछित था. उसकी हत्या से आईएसआई की कमर टूट गयी थी.
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