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पहले नालंदा में ही फरियायेंगे आरसीपी सिंह!

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राजनीतिक विश्लेषक
14 अगस्त, 2021

पटना. स्वागत में भीड़ जुटाने की बेताबी और व्यवहार में बदलाव को देखकर जद(यू) के कार्यकर्ता सोचने लगे हैं आरसीपी सिंह आरपार की लड़ाई के मूड में आ गये हैं. शनिवार को जद(यू) कार्यालय से उनका आधिकारिक भ्रमण कार्यक्रम जारी हुआ. यह नालंदा जिले का कार्यक्रम है. इसे देखकर यही अनुमान लगाया जा रहा है कि आरसीपी सिंह सबसे पहले नीतीश कुमार के गढ़ नालंदा में ही जोर-आजमाइश करना चाहते हैं.

80 किलोमीटर में 24 पड़ाव
17 अगस्त को आरसीपी सिंह अपने सात स्ट्रैंड रोड स्थित सरकारी आवास से 10 बजे निकलेंगे. विश्राम अपने गांव मुस्तफापुर में करेंगे. पटना से उनके गांव की दूरी करीब 80 किलोमीटर है. वह यह दूरी आठ घण्टे में पूरी करेंगे. इस अवधि में 22 जगहों पर उनका स्वागत होगा. मौका मिलेगा तो कहीं भाषण भी दे देंगे. घर जाने के लिए वह सीधी सड़क नहीं पकड़ेंगे. राजगीर, सिलाव, बिहारशरीफ होते हुए जायेंगे.

जद(यू) कार्यालय की अति सक्रियता
जद(यू) का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह पटना आये तो कार्यकर्ताओं को इसकी जानकारी देने के लिए सिर्फ एक सूचना कार्यालय सचिव संजय कुमार सिंह की ओर से जारी हुई थी. ललन सिंह संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं. लिहाजा पार्टी के संसाधन का इस्तेमाल कर सकते हैं. आज की तारीख में आरसीपी सिंह संगठन के किसी पद पर नहीं हैं. वह खुद कहते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कृपा से केंद्र में मंत्री बने. नीतीश कुमार ने उनके लिए बधाई की रस्म भी नहीं अदा की. मंत्री बनने के बाद आरसीपी सिंह जद(यू) सांसदों के साथ जाति गणना की मांग करने के लिए गृह मंत्री अमित शाह से मिलने भी नहीं गये. जबकि उनसे आग्रह भी किया गया था. इसके बावजूद पार्टी कार्यालय की उनकी यात्रा में इतनी दिलचस्पी किसी दूसरी तरफ इशारा कर रही है.

कार्यकर्ताओं में भ्रम
जद(यू) कार्यालय की अति सक्रियता से कार्यकर्ताओं में भी भ्रम की स्थिति बनी हुई है. वे डर रहे हैं कि स्वागत में बढ़-चढ़कर शामिल नहीं हुए तो आरसीपी सिंह बुरा मान जायेंगे. कहीं फिर से वह संगठन पर काबिज हो गये तो भारी नाराजगी झेलनी पड़ेगी.

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