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प्रह्लाद यादव को हो गया था 2016 में ही अपनी ताकत का अहसास

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कृष्णमोहन सिंह
03 सितम्बर, 2021

Lakhisarai : जिला परिषद निर्वाचन क्षेत्र संख्या-7 में 2016 में जीत सुदामा देवी (Sudama Devi) की ही हुई थी, पर टक्कर कांटे की हुई . वहां खुद को अपराजेय समझ रहे प्रह्लाद यादव (Prahlad Yadav) को पहली बार महसूस हुआ कि उनकी पत्नी सुदामा देवी इस निर्वाचन क्षेत्र में हार भी सकती हैं.

सुदामा देवी का मुकाबला पतनेर के युवा समाजसेवी अमित कुमार उर्फ चिकू सिंह (Chiku Singh) से हुआ. चिकू सिंह 517 मतों से पिछड़ गये. कनफूसकियों में ऐसी बातें हैं कि उनकी हार सुनिश्चित कराने में क्षेत्रीय जद(यू) सांसद सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह की भी भूमिका रही. आधार यह कि 2014 के संसदीय चुनाव में चिकू सिंह ने ललन सिंह के मुकाबले राजग की लोजपा प्रत्याशी वीणा देवी का साथ दिया था.

स्वजातीय मतों में बिखराव भी कारण
ललन सिंह (Lalan Singh) गठबंधन से अलग जद(यू) के उम्मीदवार थे, हार गये थे. जीत वीणा देवी की हुई थी. स्वजातीय मतों में बिखराव भी चिकू सिंह की हार का एक कारण रहा. मुंगेर-जमुई सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक के पूर्व अध्यक्ष लोदिया गांव निवासी विनोद सिंह के प्रभाव वाले मतों का साथ उन्हें नहीं मिला.

पूर्व की तरह रहेगा संघर्ष का स्वरूप
विनोद सिंह दिवंगत पूर्व मंत्री राजो सिंह के भांजा हैं. हत्या के एक मामले में अभियुक्त हैं. फिलहाल उनकी पत्नी मुनचुन देवी मुंगेर-जमुई सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक की अध्यक्ष हैं. इस बार के संघर्ष का स्वरूप भी वैसा ही कुछ रहने की संभावना है.

उत्साहित हैं चिकू सिंह
पहली बार चुनाव मैदान में उतरे अमित कुमार उर्फ चिकू सिंह 2016 के चुनाव में प्रह्लाद यादव से अघोषित मुकाबले में अपनी उपलब्धि से काफी उत्साहित हैं. बीच के पांच वर्षों के दौरान उन्होंने सामाजिक कार्यों में गहन सक्रियता बनाये रखी. इससे बाजी पलटने के प्रति वह आशान्वित हैं. यहां से चुनाव लड़ने का मंसूबा और कई लोगों ने बांध रखा है.

मुस्लिम मत भी हैं काफी संख्या में
वैसे लोगों में पूर्व जिला पार्षद बालगुदर निवासी मोहम्मद अब्बास भी हैं जो एक जमाने में समाजवादी नेता पूर्व मंत्री स्वर्गीय कपिलदेव सिंह के साथ रहते थे. इस निर्वाचन क्षेत्र में अतिपिछड़ा समाज की बड़ी आबादी है.ब्रह्मर्षि और यादव समाज के मतदाता भी काफी संख्या में हैं, मुस्लिम भी हैं.

मोहम्मद अब्बास से बदलेगा समीकरण
मुस्लिम मतों का साथ प्रह्लाद यादव की पत्नी सुदामा देवी को मिलता रहा है. मोहम्मद अब्बास के मैदान में उतरने से वे मत प्रभावित हो सकते हैं. कितना, यह कहना कठिन है. गोविंद विगहा गांव के हैं पप्पू मंडल. वह भी मैदान में उतरेंगे. उन्हें लखीसराय जिला जद(यू) के अध्यक्ष रामानंद मंडल का करीबी माना जाता है.

ब्रह्मर्षि समाज के बभनगामा निवासी अधिवक्ता रजनीश कुमार और रेहुआ के पैक्स अध्यक्ष शंभु सिंह की चुनावी चाहत भी उफान खा रही है.

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