उपमुख्यमंत्री की बहू बन गयीं ठेकेदार!
राजकिशोर सिंह
22 सितम्बर 2021
PATNA. तब तारकिशोर प्रसाद (TARKISHOR PRASAD)कटिहार(KATIHAR) से भाजपा (BJP) के विधायक थे. वर्तमान में भाजपा विधायक दल के नेता और बिहार के उपमुख्यमंत्री (DY. CM) हैं. वैसे तो कारोबार की दृष्टि से ठेकेदारी को अनुचित नहीं कहा जा सकता, पर सार्वजनिक जीवन में हैं तो परिजनों को ऐसे ठेके देने-दिलाने से परहेज रखना चाहिये था.
न तारकिशोर प्रसाद और न उनके परिजनों ने इसका ख्याल रखा. मामला हर घर नल का जल योजना से संबंधित है. राजनीतिज्ञों पर ऐसी योजनाओं के ठेके एवं अन्य तरह के लाभ पाने के आरोप अक्सर उछलते रहते हैं.
सहयोगियों को भी मिला ठेका
कटिहार में उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद की पुत्रवधू पूजा कुमारी (PUJA KUMARI) उनके साले प्रदीप कुमार भगत, कथित करीबी सहयोगी प्रशांत चन्द्र जायसवाल, ललित किशोर प्रसाद और संतोष कुमार को भी यह लाभ मिला.
लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग ने कटिहार जिले की नौ पंचायतों के कुछ वार्डों के लिए हर घर नल का जल योजना के तहत उन सबको 36 परियोजनाएं आवंटित की. पूजा कुमारी को भवड़ा पंचायत के चार वार्डों के लिए 01 करोड़ 60 लाख रुपये की परियोजना दी गयी.
पूजा कुमारी की नहीं है कोई कंपनी
पूजा कुमारी की कोई निर्माण कंपनी नहीं है. वह लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग की व्यक्तिगत पंजीकृत ठेकेदार हैं. परियोजना का काम लगभग पूरा हो चुका है और उसकी 63 प्रतिशत राशि का भुगतान भी किया जा चुका है.
उसी पंचायत में दीप किरण इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड को नौ वार्डों के लिए 03 करोड़ 60 लाख रुपये का ठेका मिला. उस कंपनी के निदेशक तारकिशोर प्रसाद के साले प्रदीप कुमार भगत और उनकी पत्नी किरण भगत हैं.
48 करोड़ का ठेका मिला
ठेका पाने वाली दूसरी कंपनी जीवनश्री इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड है. उसे आठ पंचायतों में 110 वार्डों के लिए 48 करोड़ रुपये का ठेका मिला. तारकिशोर प्रसाद के करीबियों में शामिल प्रशांत चन्द्र जायसवाल, ललित किशोर प्रसाद और संतोष कुमार कंपनी के निदेशक हैं. इस कंपनी को 33 करोड़ रुपये का भुगतान हो चुका है.
उपमुख्यमंत्री ने सहज स्वीकार किया
इन ठेकों का खुलासा द इंडियन एक्सप्रेस ने अपने बुधवार के अंक में किया है. संबंधित रिपोर्ट में जिक्र है कि उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने इस तथ्य को सहज स्वीकार किया कि उनकी पूत्रवधू पूजा कुमारी और साले प्रदीप कुमार भगत को ठेका मिला. लेकिन, प्रशांत चन्द्र जायसवाल, ललित किशोर प्रसाद और संतोष कुमार से कोई जुड़ाव नहीं रहने की बात कही.
उनके मुताबिक कटिहार में कुल 02 हजार 8 सौ इकाइयां हैं. उनकी पूत्रवधू को सिर्फ 4 इकाइयों के काम मिले. यह काम उनके उपमुख्यमंत्री बनने से पहले मिले थे. वैसे, व्यापार करना गलत भी तो नहीं है.
सब कुछ नियमानुसार हुआ
लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री रामप्रीत पासवान ने इससे अनभिज्ञता जतायी. जितेन्द्र श्रीवास्तव विभागीय सचिव हैं. उनका कहना रहा कि सबकुछ नियमानुसार हुआ.