एनडीए : निराशा भर गया छपरा जिला कार्यकर्ता सम्मेलन
अजय गुप्ता
22 जनवरी 2025
Chhapra : बिहार (Bihar) में 2025 के विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) के लिए एनडीए (NDA) का अभियान जिला कार्यकर्ता सम्मेलन के रूप में चल रहा है. इसकी शुरुआत खरमास के तुरंत बाद 15 जनवरी 2025 को बगहा (Bagaha) से हुई थी. कारवां आगे बढ़ा तब 20 जनवरी 2025 को छपरा के राजेन्द्र स्टेडियम में सारण (saran) जिला सम्मेलन हुआ. कार्यकर्ता सम्मेलन का उद्देश्य एनडीए के सभी पांच घटक दलों की एकजुटता प्रदर्शित करना और कार्यकर्ताओं में जोश भरना है. प्रदेश जदयू (JDU) के मुख्य प्रवक्ता विधान पार्षद नीरज कुमार (Neeraj Kumar) के मुताबिक सभी घटक दलों के कार्यकर्ता चुनाव तक दल विशेष के नहीं, एनडीए के कार्यकर्ता होंगे. कार्यकर्ता सम्मेलन का एक संदेश यह भी है.
एकजुटता जैसी कोई बात नहीं
राज्य के और जिलों में जो हुआ हो, 20 जनवरी 2025 को छपरा के जिला सम्मेलन में एकजुटता जैसी कोई बात नजर नहीं आयी. पहली बात तो यह कि कार्यकर्ताओं की उपस्थिति निराशाजनक रही. शुरू में अच्छी संख्या में कार्यकर्ता पहुंच रहे थे. ऐसा लग रहा था जैसे सभास्थल खचाखच भर जायेगा. लेकिन, वैसा नहीं हुआ. समय बढ़ता गया और कुर्सियां खाली होती चली गयीं. इसको देखते हुए आनन- फानन में कार्यक्रम खत्म कर दिया गया.
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खाली दिखीं अधिकतर कुर्सियां
हास्यास्पद स्थिति तब हो गयी जब जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा (Umesh Kushwaha) के बोलने से पहले भीड़ जा चुकी थी. अन्त में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डा. दिलीप जयसवाल (Dr. Dilip Jaiswal) का भाषण हुआ. उस समय मैदान में अधिकतर कुर्सियां खाली दिखीं. गौर करने वाली बात यह भी रही कि कार्यकर्ता आधारित पार्टी मानी जाने वाली भाजपा (BJP) के कार्यकर्ता मैदान में बहुत कम संख्या में नजर आये. जबकि पूरे मैदान में नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की पार्टी जदयू के ही झंडा लहराते दिखे. ऐसा लग रहा था जैसे कार्यक्रम जदयू का हो.
मंच के इर्द-गिर्द घूमते नजर आये
जोश व उत्साह से लवरेज जदयू के कार्यकर्ता काफी संख्या में ढोल-नगाड़े के साथ आये. वहीं अपने को संगठित व संस्कारी बताने वाली पार्टी भाजपा के कार्यकर्ता मैदान से बाहर सड़कों पर या फिर मंच के इर्द-गिर्द घूमते नजर आये. वैसे, मंच पर कब्जा उन्हीं का रहा. यहां महत्वपूर्ण बात यह है कि सारण जिले के दो संसदीय और तीन विधानसभा क्षेत्रों पर भाजपा का कब्जा है. इसके बाद भी सम्मेलन में भाजपा कार्यकर्ताओं की निराशाजनक उपस्थिति कई तरह के सवाल खड़ा करती है.
नदारद रहे भाजपा सांसद
सम्मेलन में सारण के भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी (Rajeev Pratap Rudy) नदारद रहे. ऐसा कोई पहली बार नहीं हुआ. इससे पहले 08 जनवरी 2025 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ‘प्रगति यात्रा’ (Pragati Yatra) के दौरान भी लोगों को उनका दर्शन नहीं हुआ था. यह राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बना हुआ है.
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