शिक्षा जगत : आ गये अच्छे दिन जीवछ महाविद्यालय के
तापमान लाइव ब्यूरो
12 फरवरी 2025
Muzaffarpur : भीम राव अम्बेदकर बिहार विश्वविद्यालय (Bhim Rao Ambedkar Bihar University) की अंगीभूत इकाई जीवछ महाविद्यालय (Jivach College) की मोतीपुर (Motipur) में स्थापना 1969 में 16 एकड़ के बड़े भू-भाग में हुई. इसके लिए सेठ याकूब हाजी इब्राहिम (Seth Yakub Haji Ibrahim) एवं संस्थापक जीवछ प्रसाद (Jivach Prasad) ने भूमि दान स्वरूप दी थी. महाविद्यालय में स्नातक, कला एवं विज्ञान संकायों में छात्र-छात्राएं अध्ययन करते हैं. स्थानीय लोग बताते हैं कि कुछ समय पहले तक ग्रामीण क्षेत्र में स्थापित यह महाविद्यालय पूरी तरह उपेक्षित था.15 अप्रैल 2024 को डा. रामनरेश पंडित रमण (Dr. Ramnaresh Pandit Raman) जैसे विद्वान एवं ऊर्जावान प्राचार्य (Principal) की पदस्थापना हुई तब इसके दिन बहुरने लग गये.
आपसी समन्वय का माहौल
डा. रामनरेश पंडित रमण पहले सीतामढ़ी (Sitamarhi) के राधाकृष्ण गोयनका महाविद्यालय (Radhakrishna Goenka College) में प्राचार्य थे, अपनी काबिलियत से उन्होंने उस महाविद्यालय को दुर्दशामुक्त कर दिया था. लेकिन, एक साजिश के तहत उनका वहां से तबादला कर दिया गया, जीवछ महाविद्यालय में प्रभार संभालने के साथ ही उन्होंने पठन-पाठन एवं प्रशासनिक व्यवस्था दुरुस्त कर दी. अनुशासन एवं आपसी समन्वय का माहौल बना दिया.
सुखद अनुभूति
इलाके में शैक्षणिक जागरुकता को दृष्टिगत रख उन्होंने स्नातकोत्तर, वोकेशनल, प्रोफेशनल पढ़ाई के लिए नालंदा खुला विश्वविद्यालय (Nalanda Open University) के अध्ययन केन्द्र के लिए प्रस्ताव रखा. उसका सुखद परिणाम 19 नवम्बर 2024 को सामने आया, प्रो. पी के दयाल, प्रो. पल्लवी एवं प्रो. सरफराज ने जीवछ महाविद्यालय का मुआयना किया, कक्षा, लैब, लाइब्रेरी, प्राचार्य कक्ष आदि का अवलोकन करने पर उन्हें सुखद अनुभूति हुई. फिर टीम ने अपनी स्वीकृति प्रदान कर दी. इसे इस क्षेत्र के लिए बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है.
#tapmanlive