बाजपट्टी और राजद : इनका है मजबूत जनाधार…
मदन मोहन ठाकुर
03 मार्च 2025
Sitamarhi : बिहार विधानसभा के 2025 के चुनाव में बाजपट्टी (Bajpatti) के अखाड़े में मुख्य मुख्य रूप से एनडीए (NDA) और महागठबंधन (Mahagathabandhan) के घटक दलों के पहलवान ही ताल ठोकेंगे. पर, कुछ बदलाव के साथ. बाजपट्टी सीतामढ़ी जिले का काफी महत्वपूर्ण विधानसभा क्षेत्र है. कोई अनहोनी नहीं हुई तो पूर्व की तरह एनडीए में यह सीट जदयू (JDU) के हिस्से में रहेगी. पूर्व की तरह उम्मीदवारी डा. रंजू गीता (Dr. Ranju Geeta) को मिलेगी, इसकी कोई गारंटी नहीं है. कोई दूसरा दमदार चेहरा इस बार जदयू की उम्मीदवारी झटक ले तो वह चौंकने-चौंकाने वाली कोई बात नहीं होगी.
कोई किन्तु परन्तु नहीं
उधर महागठबंधन में यह सीट राजद (RJD) के कोटे में रहेगी और उम्मीदवारी मुकेश कुमार यादव (Mukesh Kumar Yadav) को मिलेगी, इसमें कोई किन्तु परन्तु नहीं है. राजनीतिक हालात बदल जाये यानी जदयू की महागठबंधन में वापसी हो जाये और सीट उसके कोटे चली जाये तो बात कुछ दूसरी हो जा सकती है. राजनीति में कब क्या हो जायेगा यह दावे के साथ नहीं कहा जा सकता. परन्तु, फिलहाल जदयू की महागठबंधन में वापसी की दूर-दूर तक कोई संभावना नहीं है. खुदा न खास्ते वापसी हो भी जाती है तो हाथ डा. रंजू गीता को मलना पड़ जा सकता है. सीटिंग के नाते सितारा मुकेश कुमार यादव का ही बुलंद रहेगा.
सब कर रहे हैं सराहना
जहां तक राजद की बात है तो वहां उनके जैसा मजबूत जनाधार वाला कोई विकल्प ही नहीं है. उम्मीदवारी के मामले में मुकेश कुमार यादव इस कारण भी इत्मीनान में हैं कि 2024 के संसदीय चुनाव (Parliamentary Elections) में सीतामढ़ी क्षेत्र में राजद उम्मीदवार के पक्ष में मुसलमान (Muslim) और यादव (Yadav) मतों को एकजुट रखने में उनकी जो भूमिका रही उसकी सिर्फ राजद के रणनीतिकार ही नहीं, महागठबंधन के अन्य घटक दलों के नेता भी सराहना करते अघा नहीं रहे हैं. विश्लेषकों के मुताबिक मुकेश कुमार यादव लालू-राबड़ी परिवार और तेजस्वी प्रसाद यादव के अतिविश्वसनीय हैं. पूर्व मंत्री सीताराम यादव (Sitaram Yadav) के प्रभाव में क्षरण के बीच इन्होंने सीतामढ़ी जिले में राजद के सबसे बड़े प्रभावशाली नेता के तौर पर अपनी पहचान कायम कर ली है.
दूसरों में नहीं है दमखम
मुकेश कुमार यादव की स्वजातीय यादव समाज में जबर्दस्त स्वीकार्यता तो है ही, अन्य जातियों और वर्गों, विशेष कर सवर्णों में भी इनका अच्छा खासा प्रभाव है. लोग बताते हैं कि 2020 के चुनाव में इनकी जो जीत हुई उसमें ब्रह्मर्षि बहुल जानीपुर के मतों की अहम भूमिका रही. क्षेत्र के लोगों की मानें, तो मुकेश कुमार यादव की लोकप्रियता का आधार जातपात रहित उनकी शिष्टता और विन्रमता है. वैसे, बाजपट्टी में राजद की उम्मीदवारी की चाहत रखने वाले और भी कई हैं. पर, विश्लेषकों की में ऐसे दावेदारों में सिर्फ चाहत ही है, चुनाव लड़ने का दमखम नहीं है.
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