स्वास्थ्य : बढ़ती उम्र में ऐसे करें सर्दी से सुरक्षा
विजय गर्ग
14 जनवरी 2025
उम्र बढ़ने लगती है, तो सर्दी (winter) का अहसास भी अधिक होने लगता है. कारण कि बुढ़ापे में अक्सर रक्त प्रवाह (blood flow) कमजोर पड़ जाता है. शरीर की ऊष्मा मंद पड़ जाती है. इसलिए सर्दी का मौसम (Season) बुजुर्ग लोगों के लिए कठिन साबित होता है. इस उम्र में रक्त के थक्के जमने और अचानक शरीर का ताप गिरने से लकवा (paralysis) मारने का खतरा रहता है. ऐसे में बुजुर्ग लोगों को सर्दी में अधिक सावधान रहने की जरूरत होती है. कुछ एहतियाती उपाय कर लें, तो सर्दी के प्रकोप से बचना आसान हो जाता है.
गर्म कपड़े से ढक कर रहें
इस मौसम में साठ (sixty) से ऊपर की आयु के लोगों को गर्म कपड़े (warm clothes) से हर समय शरीर को ढक कर रखना चाहिये. पांवों में गर्म जुराबें और हाथों में दस्ताने जरूर पहनें. सिर पर टोपी और गले में मफलर लपेट कर रखें. शरीर के तापमान (temperature) का हमेशा ध्यान रखें. अगर ठंड अधिक हो तो कंबल (blanket) के साथ रजाई (Quilt) भी जोड़ लें. गर्म पानी का ही सेवन करें. सर्दी के मौसम में कमरे के तापमान पर रखा पानी भी काफी ठंडा हो जाता है.
पानी हमेशा गुनगुना ही पीयें
ठंडा पानी पीने से बुजुर्ग लोगों के शरीर का तापमान एकदम से नीचे गिर जाता है, जो उनकी सेहत (Health) के लिए खतरनाक साबित हो सकता है. इसलिए इस मौसम में पानी हमेशा गुनगुना ही पीना चाहिये. गुनगुना पानी (Water) में थोड़ा केसर डाल कर रख लें और जब भी पीना हो, वही पानी पीयें, तो शरीर की ऊष्मा बनी रहती है. अगर केसर न हो, तो गुनगुने पानी में थोड़ा अजवाइन (Celery) , जीरा (Cumin) और सौंफ (Saumph) या दालचीनी (Cinnamon) का एक टुकड़ा डाल कर रख लें. इससे भी शरीर में गर्मी बनी रहता है.
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रात में सावधानी बरतें
बढ़ती उम्र में कई लोगों को मूत्र रोग की परेशानी बढ़ जाती है. जिन लोगों को मधुमेह (Madhumeh) है, उन्हें कई बार शौचालय जाना पड़ता है. ऐसे में कई लोग रात को नींद से उठ कर शौचालय जाते हैं. उस वक्त बहुत सावधानी बरतने की जरूरत होती है. अक्सर जब आप रजाई में सो रहे होते हैं और अचानक उससे उठ कर नंगे पांव ठंडे फर्श पर रखते हैं, तो ठंड लगने का खतरा रहता है. दूसरे, जब मूत्र त्याग करते हैं, तो शरीर का तापमान एकदम से गिरता है. इस तरह गरम शरीर को एकदम से ठंड का झटका लगता है और कई लोगों को लकवा मारने का खतरा रहता है. ऐसे में बिना चप्पल पहने शौचालय न जायें. दूसरे, रजाई से निकलने के बाद कुछ देर इंतजार करें, फिर जायें. रजाई से निकलने के बाद सिर पर टोपी और बदन पर चादर जरूर लपेट लें.
हीटर से परहेज करें
कई बुजुर्ग ठंड बढ़ने पर हीटर (Heater) का उपयोग करते हैं. दरअसल, उनसे ठंड सहन नहीं होती. मगर हीटर का उपयोग कई तरह से हानिकारक है. एक तो, कमरे में कार्बन मोनो आक्साइड (Carbon Monoxide) की मात्रा बढ़ जाती है, दूसरे शरीर का प्राकृतिक चक्र बिगड़ता है. इसलिए जहां तक हो सके गर्म कपड़ों (warm clothes) और शरीर में गर्मी पैदा करने वाले खानपान के जरिये शरीर की ऊष्मा बनाये रखने का प्रयास करें. अगर किसी वजह से हीटर का इस्तेमाल करना ही पड़े, तो बगल में एक बाल्टी पानी भर कर जरूर रख लें, ताकि कमरे में जरूरी वाष्पन होता रहे और आक्सीजन (oxygen) की मात्रा ठीक बनी रहे. नहीं, तो सांस लेने में तकलीफ हो सकती है.
(लेखक सेवानिवृत्त प्राचार्य और स्तंभकार हैं)
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