अररिया : रेलवे ने कर दी विपक्षी नेताओं की उपेक्षा!
अशोक कुमार
02 जून 2023
Araria : सीमांचल में गुरुवार को बिहार (Bihar) के अररिया जिले के बथनाहा और नेपाल (Nepal) के विराटनगर (Vratnagar) तक के लिए18 किलोमीटर लंबी इंडो-नेपाल मालवाहक रेल सेवा की शुरुआत हुई. भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) और नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड (Pushpa Kamal Dahal Prachanda) ने नयी दिल्ली के हैदराबाद हाउस से रिमोर्ट द्वारा इस रेल सेवा को हरी झंडी दिखायी. इससे भारत (India) और नेपाल के बीच व्यावसायिक संबंधों को मजबूती मिलेगी, ऐसी संभावना जतायी जा रही है. यह एक बड़ी खबर है. लेकिन, इस खबर के अंदर की खबर यह है कि इस अवसर पर बथनाहा में आयोजित समारोह में सिर्फ भाजपा (BJP) के नेताओं को आमंत्रित किया गया. स्थानीय विपक्षी नेताओं को पूरी तरह से नजरंदाज कर दिया गया. भाजपा के पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद (Tarkishor Prasad), अररिया के सांसद प्रदीप सिंह (Pradeep Singh) और फारबिसगंज के विधायक विद्यासागर केसरी (Vidhyasagar Kesari) समेत अन्य कई नेता वहां मौजूद दिखे. विपक्ष का कोई चेहरा नजर नहीं आया.
टूट गयी परंपरा!
आयोजन रेलवे का था. परंपरा मुख्य क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित करने की रही है. यहां उस परंपरा का उल्लंघन क्यों और कैसे हुआ यह नहीं कहा जा सकता. अररिया जिला कांग्रेस (Congress) के नवनियुक्त अध्यक्ष एवं फारबिसगंज के पूर्व विधायक जाकिर हुसैन (Jakir Hussain) ने इस समारोह में महागठबंधन (Mahagathbandhan) के नेताओं को आमंत्रित नहीं किये जाने की तीव्र भर्त्सना की. अररिया जिला परिषद (Araria Zila Parishad) के अध्यक्ष आफताब अजीम पप्पू (Aftab Azim Pappu) की भी उपेक्षा हुई. हद तो यह कि एमआईएम के महासचिव राशिद अनवर (Rashid Anwar) को ऐसी कोई जानकारी ही नहीं थी. दूसरी तरफ भाजपा के नेता इंडो-नेपाल (Indo-Nepal) मालवाहक रेल सेवा को नरेन्द्र मोदी की सरकार की एक उपलब्धि के तौर पर पेश करते अघा नहीं रहे हैं.
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