तापमान लाइव

ऑनलाइन न्यूज़ पोर्टल

करें तो क्या करें नीतीश कुमार… हर शाख पे बेईमान बैठा है!

शेयर करें:

विशेष प्रतिनिधि
28 नवम्बर 2024

PATNA : बिहार में नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की पार्टी इन दिनों लूट सके सो लूट के सूत्र पर चल रही है. भाजपा (BJP) कह रही है. चिराग पासवान (Chirag Paswan) कह रहे हैं. जीतनराम मांझी (Jeetan Ram Manjhi) और उनके पुत्र संतोष मांझी (Santosh Manjhi) कह रहे हैं. उपेन्द्र कुशवाहा (Upendra kushwaha) कह रहे हैं. एनडीए (NDA) के कार्यकर्ता कह रहे हैं. ये सब क्या कह रहे हैं? यही कि अगली सरकार के मुखिया भी नीतीश कुमार ही होंगे. विरोधाभास देखिये कि नीतीश कुमार की पार्टी के नेताओं और उनके करीबी अधिकारियों को ही भरोसा नहीं हो रहा है कि अगली सरकार नीतीश कुमार की अगुवाई में ही बनेगी. परिणाम यह सामने आ रहा है कि नीतीश कुमार के कुछ मंत्री, कुछ अधिकारी और दल के पदाधिकारी मान कर चल रहे हैं कि यह आखिरी मौका है. महासेल समझ कर सब कुछ लूट लो. अंत समय के लिए पछताने लायक कुछ न रहे.

जूते देकर पद पा गया!
लूट की बानगी देखिये, नीतीश कुमार को शिकायत मिली कि एक प्रतिष्ठित कंपनी के जूते देकर एक आदमी पार्टी की प्रदेश पदाधिकारियों की टीम में पद पा गया. वह गरम हुए. जूता ग्रहण करने वाले पदाधिकारी को बुलाया गया. उसने स्वीकार कर लिया. सरकारी कायदा में एक कायदा यह भी है कि साधारण दोष की दशा में मुलाजिम को चेतावनी देकर छोड़ दिया जाता है. इस केस में भी यही हुआ. कहानी का अगला पार्ट यह है कि जूता डुप्लीकेट निकल गया है. ‘स्पोर्ट्स शू’ के नाम पर भारी ठगी हो गयी. अभी बोर्ड, निगम और आयोग में बहाली होने वाली है. करीब 20 संगठन हैं. अध्यक्ष का 20 पद और औसत पांच सदस्य का मनोनयन होना है. इसके लिए अलग वसूली हो रही है.

मुंह खोल दिये दूध के धुले हंस तब?
वसूली करने वालों में ऐसे लोगों का भी नाम आ रहा है, जिसे नीतीश कुमार सुन लें तो हत्थे से उखड़ जायें. उन्होंने एक मंत्री को लिस्ट बनाने की जवाबदेही दे दी है. मंत्री को पता भी नहीं है और उनके नाम पर वसूली हो रही है. अधिकारियों का तो कुछ कहना ही नहीं है. दूध के धुले संजीव हंस (Sanjeev Hans) अब ईडी के फेर में फंस गये हैं. उनके बारे में कहा जा रहा है कि वह जिस दिन मुंह खोल दें, कई सफेदपोशों को दस्त शुरू हो जायेगा. संजीव हंस अकेले नहीं हैं. नीतीश कुमार के आसपास के कई अधिकारी उनके मार्ग पर तेजी से अग्रसर हैं. आश्चर्य यह है कि बहुत कुछ नीतीश कुमार के सामने हो रहा है. लेकिन, बेचारे कुछ कर नहीं पा रहे हैं. दिक्कत यह भी है कि सभी बेईमानों को हटा दें तो उनके पास रहेगा कौन?
#Tapmanlive

अपनी राय दें