दिखेगा भारत का जलवा : रूस में भी ‘वंदे भारत एक्सप्रेस’!
प्रदीप कुमार नायक
10 दिसम्बर 2024
Madhubani : भारत भले अपने यहां जापान (Japan) की तकनीक के आधार पर मुंबई (Mumbai) से अहमदाबाद (Ahmedabad) के बीच बुलेट ट्रेन (Bullet Train) चलाने की तैयारियों में व्यस्त है. पर, इसके लिए गर्व की बात है कि रूस (Russia) अपनी घरेलू जरूरतों को पूरा करने के लिए भारत में ट्रेन और उसके कल-पुर्जे तैयार करवाना चाहता है. यह भी सच है कि वर्तमान में भारत मेट्रो (Metro) और बुलेट ट्रेनों के लिए कोच दूसरे देशों से आयात करता है. लेकिन, अब यह धीरे-धीरे गुजरे दिनों की बात होने वाली है. अब वह दिन दूर नहीं जब भारत में बनी ट्रेनें रूस में दौड़ेंगी.
भारत में निवेश की चाहत
उपलब्ध जानकारी के अनुसार इसके लिए रूस भारत में ट्रेन और उसके कल-पुर्जों को तैयार करने के लिए निवेश करने की योजना बना रहा है. उसका मकसद अपनी घरेलू जरूरतों को पूरा करना है. पिछले हफ्ते रूसी रेलवे प्रमुख टीएमएच (Tmh) ने इस बावत अपनी इच्छा जतायी थी. टीएमएच प्रमुख किरिल लीपा (Kirill Lipa) ने मास्को में भारतीय पत्रकारों के एक समूह को बताया, ‘भारत में ब्याज दर अन्य देशों से बहुत अलग है. इसलिए रूस भारत में निवेश करना चाहता है. वह भारत में कई सुविधाओं को विकसित करना चाहता है.
बढ़ा सकता है आयात
किरिल लीपा ने कहा, ‘हमारे भारत के सप्लायर के साथ अच्छे रिलेशन हैं. इसका मतलब यह हुआ की हम भारत से रूस में ट्रेनों के आयात को बढ़ा सकते हैं’. टीएमएच ने भारतीय रेलवे (Indian Railways) के साथ करीब 55 हजार करोड़ रुपये का कान्ट्रैक्ट किया है. इसमें 01 हजार 920 वंदे भारत स्लीपर कोच का प्रोडक्शन और 35 साल तक मेंटेनेंस शामिल है.
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