पूर्णिया विश्वविद्यालय : बच गया कलंकित होने से!
अशोक कुमार
24 अक्तूबर, 2021
PURNEA : तकरीबन साढ़े तीन साल पूर्व अस्तित्व में आये पूर्णिया विश्वविद्यालय कलंकित होने से बच गया. कलंक यह कि साढ़े तीन वर्षों के दौरान वहां सिनेट की कोई बैठक नहीं हुई. 2019 में सिनेट के लिए नामित सदस्यों का निर्धारित तीन वर्षीय कार्यकाल किसी बैठक का हिस्सा बने समाप्त हो जाने की आशंका गहरा गयी थी.
18 मार्व 2018 को स्थापित इस विश्वविद्यालय (University) के सिनेट सदस्य के रूप में 15 लोग नामित हुए थे. बैठक नहीं होने से सभी निराश थे. सिंडिकेट की बैठक अक्सर होती थी. सिनेट के काम उसी से पूरा कर लिये जाते थे.
सिनेट की प्रथम बैठक निर्धारित
इधर, विश्वविद्यालय को सद्बुद्धि आयी या उच्चस्तरीय दबाव पड़ा, 27 अक्तूबर 2021 को सिनेट की प्रथम बैठक निर्धारित कर दी गयी है. इसकी सूचना सभी सदस्यों को उपलब्ध करा दी गयी है. ऐसी संभावना है कि इस प्रथम बैठक में सिनेट सदस्य कभी बैठक नहीं होने को लेकर गुस्सा जता सकते हैं. इसके कारणों की जानकारी मांग सकते हैं.
सवालों के घेरे में कुलसचिव
बैठक का विचारणीय विषय विश्वविद्यालय का बजट बताया गया है. लेकिन, सदस्यों को बजट की कापी उपलब्ध नहीं करायी गयी है. इसको लेकर कुलसचिव को सवालों के घेरे में लिया जा सकता है. बैठक में शिक्षक बहाली का मामला भी उठ सकता है. इसके अलावा और भी कई मुद्दे हैं जिनको लेेकर विश्वविद्यालय प्रशासन पर प्रश्नों की बौछार हो सकती है.