तापमान लाइव

ऑनलाइन न्यूज़ पोर्टल

भारत है इत्मीनान : 22 कुख्यात दहशतगर्दों का हो चुका है काम तमाम!

शेयर करें:

शिवकुमार राय
30 जनवरी 2024

New Delhi : लम्बे समय से भारत का चैन छीन रखे पाकिस्तान प्रशिक्षित-पोषित-संरक्षित 48 चिन्ह्ति कुख्यात आतंकवादियों में से 22 पिछले कुछ महीनों के दरम्यान मारे गये. सभी की हत्या की शैली लगभग समान थी. इन्हें अंजाम किसने दिया और क्यों दिया, यह रहस्य अनसुलझा है. परन्तु, पाकिस्तान की ‘दिव्यांग हुकुमत’ और उसकी खुफिया एजेंसी आईएसआई (Intelligence Agency ISI) को अच्छी तरह मालूम है कि घर में घुसकर उसके मोहरों का सीना कौन छेद रहा है और उसके पीछे ताकत किसकी है. पाकिस्तान के जो जर्जर आंतरिक हालात हैं उसके मद्देनजर वह चौआ उठा नहीं पा रहा है.

असामान्य नहीं
हालांकि, पाकिस्तान (Pakistan) के लिए ऐसी घटनाएं असामान्य नहीं हैं. तब भी इन हत्याओं ने शासकों के समक्ष सवाल खड़े कर दिये हैं. विश्लेषकों का मानना है कि भारत में वांछित दुर्दांत आतंकियों की पाकिस्तान में हत्याओं से आईएसआई हलकान है, तो सरकार परेशान है. शेष दुनिया हैरान है. इन अप्रत्याशित घटनाओं ने आईएसआई को सुरक्षात्मक कदम उठाने को बाध्य कर दिया है. उसने अपनी लगभग एक दर्जन ‘संपत्तियों’ को देश के अंदर ‘सेफ हाउस’ में रख दिया है. यहां जानने वाली बात है कि लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-e-Taiba) के आतंकी मौलाना ही आईएसआई की ‘संपत्ति’ होते हैं. चूंकि संगठन से जुड़े आतंकी एक-एक कर मारे जा रहे हैं, इसलिए खुफिया एजेंसी ने इन्हें सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया है.

मामला कुलभूषण यादव का
आतंकवाद के रास्ते जो 22 दहशतगर्द ‘72 हूरों के पास’ पहुंच गये हैं उनमें बहुचर्चित पुलवामा हमले (Pulwama Attack) का बड़ा गुनहगार मौलाना रहीम भी है. वह जैश-ए मोहम्मद से जुड़ा था. कुछ दिनों पूर्व इसकी हत्या कराची में हुई. इसी जैश-ए मोहम्मद का कमांडर मुल्ला बाहौर उर्फ होर्मुज भी उसी गति को प्राप्त हुआ. उसे ब्लूचिस्तान (Balochistan) में गोली मारी गयी. उस पर भारतीय नौसेना से अवकाश प्राप्त कुलभूषण यादव का इरान से अपहरण कर आईएसआई को सौंपने का आरोप था. कुलभूषण यादव अब भी पाकिस्तान की जेल में हैं. वहां की अदालत ने उन्हें मौत की सजा सुनायी थी. भारत ने इसका कड़ा प्रतिकार किया था. हेग स्थित अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय (International Court of Justice) का दरवाजा खटखटाया था.


ये भी पढें :
एक दूसरे से भी लड़ते रहते हैं हमास और फताह
कौन मचा रहा घर में घुसकर कोहराम!
आईएसआई हलकान… एक-एक कर कैसे मारे जा रहे शैतान!


कंधार विमान अपहरणकांड
न्यायालय ने कुलभूषण यादव (Kulbhushan Yadav) की मौत की सजा पर रोक लगा रखी है. जम्मू के सैन्य शिविर पर हमला करने वाला ख्वाजा शाहिद पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में ढेर हुआ, तो कंधार विमान अपहरण कांड में वांछित मुजाहिदीन आतंकी जहूर मिस्त्री को भी मौत के मुंह में धकेल दिया गया. लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा आतंकी अब्दुल सलाम भट्टावी मई 2023 में मारा गया. इसी तरह भारत में आतंक फैलाने वाला खालिद रजा को कराची में गोली मार दी गयी.

दाऊद मलिक को भी मिली मौत
20 फरवरी 2023 को हिजबुल मुजाहिदीन के खूंख्वार आतंकी वसीर अहमद पीर उर्फ इम्तियाज की रावलपिंडी में हत्या हुई. वह पाकिस्तान से जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ (Infiltration) कराता था. आईएसआई ने उसे हिजबुल मुजाहिदीन का लांच पैड संभालने की जिम्मेवारी दे रखी थी. मसूद अजहर का एक और करीबी दाऊद मल्लिक भी मारा गया. वह जैश-ए-मोहम्मद के अलावा लश्कर-ए-जब्बर और लश्कर-आई जांगवी से भी जुड़ा हुआ था. (जारी)

#Tapmanlive

अपनी राय दें