हतप्रभ है कटोरिया प्राणलेवा हमले से
विजय कुमार राय
11 अगस्त 2021
बांका. कटोरिया के पूर्व राजद विधायक भोला यादव के पुत्र प्रफुल्ल चन्द्र यादव उर्फ पप्पू यादव पर प्राणलेवा हमला किसने और क्यों किया,यह अब भी रहस्य बना हुआ है. हालांकि, इस क्यों के उद्भेदन में बांका पुलिस पसीना बहा रही है. पर, निष्कर्ष निकालने में वक्त लग सकता है. इसलिए कि संभ्रांत परिवार के पप्पू यादव की इधर-उधर की कोई अवांछित गतिविधि नहीं थी. न किसी से रगड़ा- झगड़ा था और न विवाद. गांव भी शिक्षित लोगों का है. यादव बहुल रहने के बावजूद कभी कोई जातीय दबंगता नहीं दिखी. अपराध से दूर-दूर तक रिश्ता – बास्ता नहीं. सामाजिक सद्भाव के ऐसे माहौल में पप्पू यादव पर प्राणलेवा हमले की वारदात से हर कोई हतप्रभ है. एक दूसरे से जानना चाहता है कि आखिर, ऐसा हुआ कैसे? पप्पू यादव के परिजनों का कहना है कि ऐसा पंचायत चुनाव को लेकर हुआ और इसे गांव की सत्ता पर काबिज लोगों ने अंजाम दिया-दिलाया. बहुत कुछ इसी तरह का बयान रांची में इलाजरत पप्पू यादव ने भी दिया है. उनके मुताबिक अंगारू जबड़ा पंचायत के पूर्व मुखिया जयप्रकाश यादव, वर्तमान मुखिया के पति निर्मल यादव, पुत्र मिथिलेश यादव और भतीजा भोली यादव की यह साजिश है. जान लेने की नीयत से उन पर हमला किया-कराया गया. संयोगवश वह बच गये. हमला रविवार की रात में हुआ. पैतृक गांव कुशमाहा से बौंसी लौटने के क्रम में महुवावरण के समीप गोलियां चलीं. बाईक छोड़ वह भागने लगे तब हमलावरों ने खदेड़ कर प्राण लेने का प्रयास किया. आसपास के युवकों के प्रतिकार की वजह से हमलावरों और साजिश रचने वालों की कुत्सित मंशा फलीभूत नहीं हो पायी. वहीं के युवकों ने ससमय उन्हें अस्पताल पहुंचा दिया, जान बच गयी. बौंसी के डैम रोड में पप्पू यादव का मकान है. पूर्व विधायक भोला यादव सपरिवार वहीं रहते हैं. पप्पू यादव कटोरिया से विधानसभा का चुनाव लड़ चुके हैं. पंचायत का चुनाव भी. इस बार भी पंचायत चुनाव लड़ने की उन्होंने मुकम्मल तैयारी कर रखी है. उनकी इस तैयारी में प्रतिद्वंद्वियों को अपनी हार की झलक दिखी. संकट समाप्त करने के मकसद से पप्पू यादव पर जानलेवा हमला हुआ. ऐसा पूर्व विधायक भोला यादव का कहना है. सच क्या है, यह पुलिस के अनुसंधान से ही पता चल पायेगा.