पटना पुस्तक मेला : इस बार है बहुत कुछ नया…
विकास कुमार
06 दिसम्बर 2024
PATNA : सेंटर फॉर रीडरशिप डेवलपमेंट (CRD) के तत्वावधान में पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में किताबों से सजे 40 वां ‘पटना पुस्तक मेला’ (Patna Book Fair) का शुक्रवार को शुभारंभ हुआ. 17 दिसंबर 2024 तक चलने वाले इस बारह दिवसीय मेले का उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने किया. उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा (Deputy CM Vijay Kumar Sinha) विशिष्ट अतिथि के तौर पर उपस्थित रहे. महत्वपूर्ण बात यह कि इस बार का ‘पटना पुस्तक मेला’ पद्मभूषण शारदा सिन्हा (Sharda Sinha) और पद्मश्री उषा किरण खान (Usha Kiran Khan) को समर्पित है. मेले के दौरान इन दोनों पर केन्द्रित कई कार्यक्रमों की प्रस्तुति होगी.
जुटेंगे चर्चित साहित्यकार-पत्रकार
लोक उत्सव (Lok Utsav) के रूप में आयोजित पटना पुस्तक मेले की थीम इस बार पेड़ पानी जिंदगी-पर्यावरण संरक्षण है. पूर्व की तरह इस आयोजन में भी देश के अनेक प्रसिद्ध कवि, साहित्यकार, लेखक, पत्रकार और फिल्मी कलाकार शिरकत करेंगे. उनमें मशहूर लेखक सुधीश पचौरी (Sudhish Pachauri) एवं सच्चिदानंद जोशी (Sachchidanand Joshi) आदि होंगे. प्रभा खेतान फाउंडेशन द्वारा कलम कार्यक्रम आयोजित होगा. इस बार की विशेषता यह भी है कि दो प्रमुख मंचों पर विविध कार्यक्रम आयोजित होंगे. यूनिसेफ (UNICEF) के साथ मिलकर बच्चों को प्रेरित करने के लिए ‘बच्चे जैसे कथा कहानी’ कार्यक्रम भी आयोजित किया जायेगा. इस कार्यक्रम में डा. कुमार विमलेन्दु (Dr. Kumar Vimalendu) बच्चों को कहानी लिखना सिखायेंगे. बच्चों द्वारा लिखित चयनित कहानियों की किताब प्रकाशित की जायेगी.
पटना पुस्तक मेला का उद्घाटन करते मुख्यमंत्री नीतीश कुमार
मुहल्लों को मिला महत्व
पटना पुस्तक मेला के लिए इस बार तीन प्रवेश द्वार बनाये गये हैं. तीनों पर टिकट काउंटर हैं. प्रवेश द्वार का नाम अशोक राजपथ (Ashok Rajpath), बोरिंग रोड (Boring Road) और फ्रेजर रोड (Fraser Road) रखा गया है. प्रशासनिक भवन का नाम राजेंद्र नगर (Rajendra Nagar) है. श्रीकृष्णापुरी (Shrikrishnapuri) और पाटलिपुत्रा कालोनी (Patliputra Colony) की प्रतिकृति मंच हैं. कला मुआयना को कंकड़बाग (Kankarbagh), सिनेमा उनेमा को बाकरगंज (Bakarganj) तथा हरियाली रंगोत्सव को कुर्जी (Kurji) की पहचान दी गयी है. फूड कोर्ट और अन्य ब्लॉक के नाम मारुफगंज (Marufganj), खेमनीचक, दानापुर (Danapur), किदवईपुरी, राजा बाजार, खगौल, अनीसाबाद, अदालतगंज रखे गये हैं. आयोजकों के मुताबिक ऐसा करने का मकसद पटना के मुहल्लों का स्मरण कराना है.
सवा दो सौ पुस्तक स्टाल
225 से अधिक स्टॉलों पर सौ से अधिक प्रकाशन संस्थानों की पुस्तकें हैं. पुस्तकप्रेमियों को दो लाख से अधिक किताबों को जानने-समझने का अवसर प्राप्त होगा. स्टॉल लगाने वाले प्रमुख प्रकाशकों में प्रभात प्रकाशन (Prabhat Prakashan), राजकमल प्रकाशन (Rajkamal Prakashan), वाणी प्रकाशन (Vani Prakashan), नॉवेल्टी एण्ड कंपनी, समय प्रकाशन, ज्ञान गंगा, प्रकाशन विभाग, साहित्य अकादमी (Sahitya Akademi), मर्कजा मकतबा, जन चेतना, बिहार राष्ट्रभाषा परिषद, फॉरवर्ड प्रेस, दिशा पब्लिकेशन्स आदि हैं.
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