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दस करोड़ साल पुराना है यह ‘अमर केकड़ा’

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तापमान लाइव डेस्क
01 अप्रैल, 2023

वैज्ञानिकों को ‘अमर केकड़ा’ मिला है. यह क्रेटाशियस काल का है. यानी साढ़े दस करोड़ साल पहले का. वैज्ञानिक (Scientist) इसे साफ पानी और समुद्री जीवों के बीच की कड़ी मान रहे हैं. वे इसे अमर इसलिए नहीं कह रहे हैं क्योंकि ये जीवित हैं, बल्कि इसका शरीर (Body) करोड़ों साल पहले एक अंबर में कैद हो गया था. इस कारण वह अभी तक सही सलामत है. इस ‘अमर केकड़े’ को क्रेटस्पारा अथानाटा नाम दिया गया है.

अथानाटा यानी अमर, क्रेट मतलब खोल वाला और अस्पारा मतलब दक्षिण पूर्व एशिया (Asia) में बादलों और पानी के देवता (God). यह नाम इसके उभयचरी जीवन और जगह के आधार पर दिया गया है. यह अध्ययन हाल ही में साइंस एडवांसेस जर्नल (Science Advances Journal) में प्रकाशित हुआ है. फारवर्ड यूनिवर्सिटी के पोस्टडाक्टरोल रिसर्च जेवियर लूक के मुताबिक यह ‘अमर केकड़ा’ इसलिए भी दुर्लभ है क्योंकि वैज्ञानिकों को आमतौर पर कीड़े-मकोड़े, बिच्छू, मिलीपीड्स, पक्षी, सांप आदि अंबर में जकड़े मिलते हैं. ये सभी जमीन पर रहने वाले जीव हैं. पहली बार ऐसा हुआ है कि कोई पानी में रहने वाला जीव अंबर में जकड़ा हुआ मिला. केकड़े आमतौर पर पानी में ही रहते हैं. वे जंगलों में नहीं आते और न पेड़ों पर चढ़ते हैं.

जेवियर लूक के अनुसार ‘अमर केकड़ा’ सिर्फ दो मिलीमीटर का है. लेकिन, अंबर के अंदर एकदम सुरक्षित है. इसके शरीर का एक भी हिस्सा गायब नहीं है. टूटा-फूटा भी नहीं है. यह बेहद हैरान करने वाली खोज है. ‘अमर केकड़ा’ क्रेटाशियस क्रैब रिवोल्यूशन (Cretaceous Crab Revolution) के बीचोबीच का लगता है. हालाकि, अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि यह अंबर में कैसे फंसा. वैज्ञानिकों को यह ‘अमर केकड़ा’ 2017 में मिला. उसके बाद इसका अध्ययन किया गया.

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