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दिला देती है असाध्य रोगों से मुक्ति इस आश्रम की भभूति!

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तापमान लाइव ब्यूरो

04 अक्तूबर 2024

News Delhi : विज्ञान भले इसे नहीं मानता हो, पर आम आस्था में यह महत्वपूर्ण जगह बनाये हुए है. बात राजस्थान (Rajasthan) के उस चमत्कारी आश्रम (Ashram) की है जहां कथित रूप से कैंसर (Cancer) जैसी बीमारी का इलाज किया जाता है. यह आश्रम राजस्थान के धौलपुर (Dhoulpur) जिले के बसेड़ी उपखंड के उमरेह (Umreh) गांव में है. नाम इसका बाबा बिशन गिरि धाम (Baba Bishan Giri Dham) है. इसका इतिहास पांच सौ साल पुराना है. कहा जाता है कि इस आश्रम में बीमारी का इलाज भभूति लगाकर किया जाता है. मुख्य रूप से कैंसर, गांठ और त्वचा से जुड़ी बिमारियों का इलाज होता है. बिहार (Bihar), दिल्ली (Delhi), राजस्थान (Rajasthan), मध्य प्रदेश (Madhypradesh), उत्तराखंड (Uttarakhand) आदि राज्यों से हर प्रकार से थके-हारे लोग यहां इलाज कराने आते हैं.


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लोक देवता बाबा बिशन गिरि

बाड़ी शहर (Badi Town) से पांच किलोमीटर दूर रामसागर बांध किनारे है यह आश्रम. इसे लोक देवता बाबा बिशन गिरि के लिए जाना जाता है. ऐसी मान्यता है कि पांच सौ साल पहले बाबा बिशन गिरि ने यहीं समाधि (Mausoleum) ली थी. उनकी स्मृति में स्थानीय लोगों ने वहां एक कुटिया बना दिया. उसी कुटिया ने आज वृहत आश्रम का रूप ले रखा है. आश्रम में हजारों की संख्या में लोग आश्रय लिये हुए है. कहते हैं कि यहां से कभी कोई खाली हाथ नहीं लौटता है. बाबा बिशन गिरि आश्रम में हर साल भाद्र मास की कृष्ण पक्ष नवमी के दिन मेला लगता है. हजारों की संख्या में लोग जुटते हैं. दूर-दूर से भक्त दर्शन करने और ढोक लगाने आते हैं. मेला पूरे पांच दिनों तक चलता है. श्रद्धालुओं की इतनी बड़ी संख्या को देखते हुए छह हजार वर्गफीट में बड़ा सा हॉल बनाया जाता है. वहां भक्तों के निःशुल्क रहने और खाने का इंतजाम रहता है.

(यह आस्था और विश्वास की बात है. मानना और न मानना आप पर निर्भर है.)

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