वास्तु शास्त्र : काफी चमत्कारी होते हैं ये पीले फूल !
तापमान लाइव ब्यूरो
13 जुलाई 2023
Patna : वास्तु शास्त्र (Vashtu Shastra) में हर पेड़-पौधे का अपना विशेष महत्व होता है. यह व्यक्ति के जीवन पर किसी न किसी प्रकार का प्रभाव छोड़ता है. वैसे ही हैं कनेर के पेड़ और उसके फूल. सनातन धर्म (Sanatan Dharm) में इन्हें काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. इस पेड़ को उचित नक्षत्र और वार में घर के आंगन में लगाना चाहिए. इसे सही दिशा में लगाने से समृद्धि बनी रहती है. आय में वृद्धि होती है. वास्तु और ज्योतिष शास्त्र में इसके अनेक फायदे वर्णित हैं. ज्योतिष शास्त्र में यह फूल बहुत ही शुभ और लाभदायक माना गया है.
तीन रंग के होते हैं
कनेर के फूल तीन रंगों के होते हैं. शास्त्र कहता है कि कनेर का पेड़ घर के बाहर लगाने से कई शुभ फल प्राप्त होते हैं. यह सकारात्मक ऊर्जा (Positive Energy) उत्पन्न करता है. मन को शांत रखता है. मान्यता है कि कनेर के पेड़ और इसके फूल जिस घर में सुख-समृद्धि की कमी होती है, उसकी सारी समस्याओं को दूर कर देते हैं. ऐसा कहा जाता है कि जिस तरह कनेर का पेड़ साल भर फूलों से भरा रहता है उसी तरह इसे घर में लगाने से साल भर घर में धन बना रहता है.
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मां लक्ष्मी को है प्रिय
शास्त्रों के अनुसार कनेर के फूल को माता लक्ष्मी (Mata Lakshmi) का रूप माना गया है. ऐसी धारणा है कि मां लक्ष्मी को कनेर के फूल अर्पित किये जाते हैं. इससे घर में कभी धन की कमी नहीं होती है. इसलिए लोगों को अपने घर के आंगन में लगाना चाहिए. इससे मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती हैं. यहां यह ध्यान रखने की जरूरत है कि मां लक्ष्मी उजला फूल ज्यादा पसंद करती हैं.
भगवान विष्णु भी होते हैं प्रसन्न
कनेर के पीले फूल अर्पित करने से भगवान विष्णु (Lord Vishnu)भी प्रसन्न होते हैं. इसलिए कि यह फूल उन्हें अतिप्रिय हैं. ऐसी मान्यता है कि पीले फूल वाले कनेर के पेड़ पर भगवान विष्णु का वास होता है. भगवान विष्णु की विधि-विधान से पूजा-अर्चना करते समय कनेर के पीले फूल इसीलिए अर्पित किया जाता है. इससे भगवान विष्णु की कृपा बनी रहती है.
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