‘एक सपना लापता’ उपन्यास का लोकार्पण
संवाददाता
7 अक्तूबर, 2021
PATNA. ए एन कालेज, पटना के पुस्तकालय सभागार में विगत दिनों अनुग्रह साहित्य परिषद एवं साहित्यिक संस्था ‘आयाम’ के संयुक्त तत्वावधान में हिन्दी की सुपरिचित लेखिका डा. भावना शेखर के सद्यः प्रकाशित उपन्यास ‘एक सपना लापता’ का लोकार्पण बिहार विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह ने किया.
उनका कहना रहा कि सपना वह नहीं होता, जो हम सोते हुए देखते हैं. सपना वह होता है जो हमें सोने नहीं देता है. ‘एक सपना लापता’ में पीड़ा की अनुभूति है.
डा. उषा किरण खान ने कहा …
पद्मश्री डा. उषा किरण खान लोकार्पण समारोह की मुख्य अतिथि थीं. उनका कहना रहा कि इस उपन्यास से मैं उसी तरह गुजरी हूं जिस तरह से इसकी लेखिका गुजरी है. यह आत्मकथात्मक उपन्यास है. कथावस्तु सर्वथा नवीन एवं इसकी भाषा उत्कृष्ट है.
कार्यक्रम के आरंभ में ए एन कालेज के प्रधानाचार्य प्रो. एस पी शाही ने कहा कि यह उपन्यास निश्चित ही समाज को प्रेरित और प्रभावित करेगा. महाविद्यालय को लेखिका की रचनात्मक उपलब्धियों पर गर्व है. वरिष्ठ साहित्यकार भगवती प्रसाद द्विवेदी ने डा. भावना शेखर के व्यक्तित्व को बहुआयामी बताया.
डा. भावना शेखर ने रखी अपनी बात
डा. भावना शेखर ने उपन्यास की रचना प्रक्रिया और उसके सृजनात्मक पक्ष को रखा. लोकार्पण समारोह का मंच संचालन ‘अनुग्रह ज्योति’ पत्रिका के प्रधान संपादक प्रसिद्ध साहित्यकार प्रो. कलानाथ मिश्र ने किया. धन्यवाद ज्ञापन डा. हिना तबस्सुम ने किया.
इस अवसर पर प्रो. अजय कुमार, प्रो. अरुण कुमार सिंह, डा. कृष्ण सिंह, प्रो. सीमा प्रसाद, डा. नरेन्द्र कुमार, प्रो. विनोद कुमार झा, डा. कुमार शैलेन्द्र, डा. संजय कुमार सिंह, डा. विद्याभूषण सहित विभिन्न विभागों के शिक्षक एवं ‘आयाम’ के सदस्य उपस्थित थे.