गोरौल चीनी मिल परिसर में लगेगा प्लास्टिक उद्योग
अरविन्द कुमार झा
04 जनवरी 2022
Hajipur: बिहार और विशेषकर वैशाली जिले के गोरौल(Goraul) के लिए यह नये साल की संभवतः पहली खुशखबरी है. यह कि वर्षों से बंद पड़ी गोरौल चीनी मिल (Goraul Chini Mill)परिसर में प्लास्टि उद्योग की स्थापना होगी. प्लास्टिक (Plastic) उत्पादित जनोपयोगी सामग्री एवं खिलौने का निर्माण होगा. इस बाबत राज्य के उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन (Industry Minister Shanawaz Hussain)से हुई वार्तालाप के बाद वैशाली के जदयू विधायक सिद्धार्थ पटेल उर्फ चुन्नू पटेल (Jdu Mla Siddharth Patel)ने मंगलवार को यह जानकारी दी.
उनके मुताबिक सरकार द्वारा प्लास्टिक उद्योग की स्थापना की विधिवत घोषणा बहुत जल्द होगी. गौरतलब है कि विधायक सिद्धार्थ पटेल उर्फ चुन्नू पटेल बंद पड़ी गोरौल
चीनी मिल के फिर से चालू होने की संभावना नहीं दिखने पर परिसर में कोई अन्य उद्योग स्थापित करने की मांग पिछले एक वर्ष से उठाते रहे हैं. विधानसभा में भी इस मुद्दे की ओर राज्य सरकार का ध्यान आकर्षित करते रहे हैं.
25 वर्षों से है बंद
विधायक के मुताबिक बिहार राज्य चीनी निगम के नियंत्रणाधीन चलने वाली यह मिल तकरीबन 25 वर्षों से बंद है. राज्य सरकार इस मिल के पुराने कल-पुर्जों तथा स्क्रैप की नीलामी की प्रक्रिया भी शीघ्र शुरू करने वाली है. इस चीनी मिल की परिसंपत्ति को कई वर्ष पूर्व बियाडा ने अधिग्रहीत किया था. उद्योगपतियों को आकर्षित कर कोई अन्य उद्योग लगाने के ख्याल से. लेकिन,परिणाम निराशाजनक रहा.
विधायक सिद्धार्थ पटेल उर्फ चुन्नू पटेल ने जानकारी दी कि इस चीनी मिल परिसर में इथनाॅल उत्पादन के लिए फैक्ट्री लगाने की योजना बनायी गयी थी. अंतिम क्षण में उस योजना को मोतीपुर स्थानांतरित कर दिया गया. अब गोरौल चीनी मिल परिसर में प्लास्टिक निर्माण एवं उससे उत्पादित विभिन्न सामग्री के निर्माण पर सहमति बन गयी है.
हो रही खूब सराहना
इस चीनी मिल परिसर का रकवा 52 एकड़ का है. इसकी परिसंपत्तियां गोरौल प्रखंड की लोदीपुर पंचायत तथा मुजफ्फरपुर के सरैया में भी है. विधायक सिद्धार्थ पटेल उर्फ चुन्नू पटेल के इस प्रयास की वैशाली विधान सभा क्षेत्र में खूब सराहना हो रही है.