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महंगाई का असर घूसखोरी पर भी!

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विशेष प्रतिनिधि
22 जून, 2022

PATNA : महंगाई का असर किसी एक जीनिस पर नहीं है. एक तरफ भी नहीं है. हरेक जीनिस पर है. चारों तरफ है. यहां तक कि घूस (Ghus) की रकम पर भी इसका बुरा असर है. सीधे समझिये तो पांच का काम दस में होने लगा है. मांगने वाला कारण भी बता रहा है. पहला कारण यह कि महंगाई (Mahngai) चौतरफा बढ़ी है. दूसरा कारण यह कि हमारे विभाग में एक बहुत बड़ा घूसखोर अफसर आ गया है. पहले वाला अफसर घूसखोर नहीं था. सिर्फ मंत्री (Minister) को देना पड़ता था. नया वाला अफसर शातिर और रजिस्टर्ड घूसखोर है. वह एक-एक चीज का हिसाब रखता है. सरकार के कई विभाग हैं. जिस विभाग का जनता से जितना जुड़ाव रहता है, घूसखोरी की गुंजाइश उतनी अधिक रहती है. अगर किसी विभाग का जमीन से रिश्ता है तो उसमें घूसखोरी की गुंजाइश भी अधिक रहती है.

कर्मचारियों की भी है अपनी पीड़ा
ऐसे ही एक विभाग की इन दिनों खूब चर्चा हो रही है. पंचायत से लेकर अंचल (Anchal) और जिलों में तैनात इस विभाग के अधिकारी (Officer) और कर्मचारी एक ही रट लगा रहे हैं कि जनता हमलोगों की पीड़ा नहीं समझ रही है. उसे हमारी मजबूरी से कोई मतलब नहीं है. पुराने रेट पर काम कराना चाह रही है. बताइए, हम क्या करें. वेतन से ऊपर के लोगों को माहवारी दें. सही बात है. घूस लेने वाले को भी कहीं देना पड़ता है. वेतन के पैसे बंटवारा में चले गये तो बच्चे क्या खायेंगे. गरीब आदमी सामने वाले की मजबूरी (Majboori) को समझ कर दे देता है-बेचारा बाल बच्चेदार है. बड़े घूसखोर अफसर इस विभाग के लिए नये नहीं हैं. पहले भी इस विभाग में रहे हुए हैं. घूस में अपने हिस्से को लेकर बेहद सतर्क हैं.


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घूसखेरी के डबल रेट
पिछले टर्म का किस्सा है. विभागीय मंत्री ने तबादले की सूची बनायी. कच्चा-पक्का हर तरह का तबादला किया. अफसर को घूस की रकम एकदम से नहीं मिली. घाघ आदमी (Aadmi) अचानक एक दिन फाइल लेेकर राजा (Raja) के पास पहुंच गया. दिखा कर बता दिया कि किस तबादला में कितना माल लिया गया है. यह भी कि उन लोगों का भी तबादला कर दिया गया है, जिनका कार्यकाल पूरा नहीं हुआ है. राजा ने तबादला रद्द कर दिया. दोबारा काफी काट-छांट के बाद सूची (Suchi) जारी हो पायी. खैर, तब के मंत्री चले गये. मंत्री के साथ उस अफसर की भी विदाई हो गयी. इधर राजा को खबर मिली कि नये वाले मंत्री अकेले खा रहे हैं. उन्होने इस अफसर (Officer) को फिर उसी विभाग में भेज दिया है. मंत्री सांसत में हैं. हाल के दिनों में पार्टी कार्य में उनका काफी पैसा चला गया है. तबादला का मौसम फिर आया है. देखिये क्या होता है. फिलहाल आम जनता तो घूसखोरी के डबल रेट (Double Rate) से परेशान है.

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