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समय जब खराब होता है …!

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मदन मोहन ठाकुर
28 जून, 2022

SITAMARHI : एक कहावत है न, समय जब खराब होता है…! इन दिनों ऐसा ही कुछ सीतामढ़ी के पूर्व सांसद सीताराम यादव (Sitaram Yadav) के साथ हो रहा है. इससे बचने के लिए ही कुछ माह पूर्व वह भाजपा (BJP) में शामिल हुए थे. लेकिन, कोई फर्क नहीं पड़ा. सत्ता और सियासत में न खुद के लिए कोई गुंजाइश बनी और न पूर्व विधान पार्षद पुत्र दिलीप कुमार यादव (Dilip Kumar Yadav) और जिला परिषद (Zila Parishad) की पूर्व अध्यक्ष पुत्रवधू ऊषा किरण (Usha Kiran) के लिए ही. इधर राजद (RJD) के शासनकाल में उन्होंने जो कुछ ‘अर्जित’ किया था वह भी एक-एक कर जमींदोज हो रहा है.

रात के अंधेरे  में चला अभियान.

ताजा मामला पुपरी (Pupari) शहर में स्थापित रघुनी गोप टावर (Raghuni Gop Tower) का है जो अब इतिहास के पन्नों में सिमट गया है. राजद के शासन काल में सीताराम यादव ‘सीतामढ़ी के मुख्यमंत्री’ की हैसियत रखते थे. कभी विधायक और मंत्री रहे तो कभी लोकसभा के सदस्य. सांसद रहते उन्होंने पुपरी में रघुनी गोप टावर का निर्माण कराया था. रघुनी गोप पूर्व सांसद सीताराम यादव के पिता थे. राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद (Lalu Prasad) ने गोपालगंज (Gopalganj) में अपनी मां मरछिया देवी (Marachhia Devi) को ‘प्रतिष्ठाापित’ किया तो फिर सीतामढ़ी में सीताराम यादव अपने पिता को ‘प्रतिष्ठापित’ करने से क्यों चूकते!


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रघुनी गोप टावर दर्शनीय था. 26 जून 2022 की रात में अचानक अदृश्य हो गया! लोग चकित रह गये कि रातोरात यह क्या हो गया. हुआ यह कि जिला प्रशासन (District Police) ने रातोरात ध्वस्त कर उसका अस्तित्व मिटा दिया. ऐसा कि कोई निशान भी नहीं बचा. ओवरब्रिज (Overbridge) के निर्माण की बाबत अदालत (Court) ने ऐसा जरूरी माना. जो हो, शहर (Town) के लोग इसे सीताराम यादव (Sitaram Yadav) के घटते प्रभुत्व के रूप में ही देख रहे हैं.

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