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विश्वकप क्रिकेट : मध्यक्रम पर टिकी भारत की मुस्कान

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श्वेतम शाश्वत
28 सितम्बर 2023

Muzaffarpur : 1983-2011-2023? यह सवाल इन दिनों हर भारतीय जुबां पर है. सिर्फ सवाल नहीं, एक सपना भी है जो भारतीय क्रिकेट प्रेमी सोते-जागते देख रहा है…एक बार फिर क्रिकेट की दुनिया जीत लेने का सपना! जर्सी पहन कर हाथों में तिरंगा लिये देश तैयार है. टीम इंडिया को सपोर्ट करने के लिए. लेकिन, इससे अलग कई ऐसे सवाल भी हैं जो भारत के हर क्रिकेट प्रशंसक के जेहन में उथल-पुथल मचा रहे हैं. क्या महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) के बिना भारतीय टीम दुनिया जीत लेने का दमखम रखती है? आईसीसी (ICC) प्रतियोगिताओं में लगातार अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद नाकआउट्स में मिलने वाली निराशाओं को सफलता में बदल सकती है? कौन होगा वैसा हरफनमौला, जो इस बार युवराज सिंह जैसा प्रदर्शन कर अपनी टीम को सफलता दिलायेगा? विश्व कप क्रिकेट प्रतियोगिता अपनी सरजमीं पर हो रही है. तो क्या भारतीय टीम 2011 की जीत का जलवा दोहरा पायेगी?

पहली और आखिरी…
ऐसे और कई सवालों के जवाब देने होंगे भारतीय टीम (Indian Team) के रणनीतिकारों को. एकदिवसीय क्रिकेट की यह विश्व कप प्रतियोगिता रोहित शर्मा (Rohit Sharma) की कप्तानी में पहली तो है ही, आखिरी भी हो सकती है. आईपीएल में मुंबई की टीम को पांच बार खिताब दिलाने वाले रोहित शर्मा से देश को बड़ी अपेक्षाएं हैं. एशिया कप में भारत का प्रदर्शन सराहनीय रहा. आस्ट्रेलिया (Australia) के साथ तीन एक दिवसीय मैचों की शृंखला भी सकूनदायक रही. रोहित शर्मा और विराट कोहली की अनुपस्थिति के बाद भी भारतीय टीम शुरू के दो मैचों में बड़ी विजय हासिल की. तीसरे मैच में जोरदार तरीके से इन दोनों के बल्ला भांजने के बावजूद हार गयी. तब भी भारतीय प्रशंसकांे में विश्व कप को लेकर उम्मीदें लहलहा रही हैं. विराट कोहली (Virat Kohli) ने सबसे तेज 13 हजार एकदिवसीय रन पूरे कर सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) को पीछे छोड़ दिया. उनका लय में वापस आना दुनिया जीत लेने की संभावनाओं को बड़ा आकार दे रहा है.

खलेगी उनकी कमी
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने जब विश्व कप के लिए टीम घोषित की, तो कई सवाल उठे. क्रिकेट के विशेषज्ञों और प्रशंसकों की मानें, तो शिखर धवन, युजवेंद्र चहल और रविचंद्रन अश्विन के टीम में नहीं होने से अनुभव की कमी खलेगी . इस बार 6 खिलाड़ी ऐसे हैं, जो पहली बार विश्व कप खेलेंगे. प्रतिभाशाली युवा शुभमन गिल को भी मौका मिला है, जो आईपीएल 2023 में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं. साथ ही 2018 में अंडर 19 विश्व कप विजेता टीम का भी हिस्सा रह चुके हैं. आस्ट्रेलिया के खिलाफ दो मैचों में भी उनके बल्ले का जलवा दिखा. टी-20 में दमदार प्रदर्शन करने वाले आक्रामक बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव भी टीम का हिस्सा हैं. हालांकि, हाल के एकदिवसीय मुकाबलों में वह कोई बड़ी पारी नहीं खेल पाये हैं. इस कारण सवालों के घेरे में हैं कि क्या वह भारत के मध्यक्रम की ताकत बन पायेंगे?

भारतीय क्रिकेट टीम

यह है बड़ी कमजोरी
मध्यक्रम की बिखरी बल्लेबाजी भारतीय टीम की सबसे बड़ी कमजोरी रही है. यह कमजोरी आस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे मैच में भी नग्न रूप में दिखी. यही वह कमजोरी है, जो विश्वकप में भारत की संभावनाओं को समेट दे सकती है. हालांकि, विश्व कप से पहले एशिया कप में युवा बल्लेबाज ईशान किशन के प्रदर्शन ने मध्यक्रम को एक अच्छा विकल्प प्रदान किया है. बल्लेबाज के एल राहुल ने भी एशिया कप (Asia Cup) में पाकिस्तान (Pakistan) के खिलाफ शतक जड़ प्रशंसकों को प्रभावित किया है. आस्ट्रेलिया के खिलाफ भी उनका प्रदर्शन जानदार रहा. श्रेयश अय्यर की फिटनेस की चिंता का विषय बना हुआ था. आस्ट्रेलिया के विरुद्ध मैचों में यह चिंता मिट गयी. उनके बल्ले से भी प्रभावकारी रन निकले.

गेंदबाजों ने भी जगाया भरोसा
विश्व कप (World Cup) से पहले भारतीय गेंदबाजों ने भी भरोसा जगाया है. जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) ने जुलाई 2022 के बाद अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में सकून दिलाने वाली वापसी की है. मोहम्मद सिराज एशिया कप में भारत की ओर से सर्वाधिक 10 विकेट लेने वाले गेंदबाज बने. विश्व कप में जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज की जोड़ी से काफी उम्मीदें हैं. हार्दिक पांड्या और शार्दुल ठाकुर भी अच्छे लय में हैं. हार्दिक पांड्या भारत के लिए अतिरिक्त गेंदबाज का बेहतरीन विकल्प बन चुके हैं. कुलदीप यादव ने एशिया कप में शानदार प्रदर्शन करते हुए भारत की स्पिन गेंदबाजी को मजबूती दी है. अक्षर पटेल और रविंद्र जडेजा की गेंदबाजी के आंकड़े भी घरेलू मैदान पर काफी अच्छे हैं.


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हरफनमौला खिलाड़ियों से अपेक्षाएं
टीम इंडिया को हरफनमौला (All Rounder) खिलाड़ियों से बल्ले और गेंद दोनों से अच्छे प्रदर्शन की अपेक्षा है. हार्दिक पांड्या, रविंद्र जडेजा, शार्दुल ठाकुर और अक्षर पटेल अच्छी गेंदबाजी के साथ अपनी बल्लेबाजी से भी खेल को विजयी अंजाम तक पहुंचाने की क्षमता रखते हैं. ऐसे में हरफनमौला खिलाड़ियों पर काफी दारोमदार रहेगा. इन तमाम खूबियों के बावजूद भारत के लिए सबसे बड़ा खतरा शीर्ष बल्लेबाजों (Top Batsmen) के नाकाम रहने के बाद मध्यक्रम (Middle Order) की बल्लेबाजी के लड़खड़ा जाने का है. हालांकि, एशिया कप में देखा गया कि मध्यक्रम में ईशान किशन और हार्दिक पांड्या ने जिम्मेदारी उठायी. परन्तु, आईसीसी टूर्नामेंट में अक्सर देखा जाता है कि जब भारत की शीर्ष बल्लेबाजी विफल रहती है तो मध्य क्रम भी ताश के पत्तों की तरह बिखर जाता है. आस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे एकदिवसीय मैच में ऐसा ही हुआ. इस खतरे को भांपते हुए भारत ने पहले ही अपनी बल्लेबाजी को गहराई दे रखी है. इसलिए शार्दुल ठाकुर, अक्षर पटेल को भी टीम में शामिल किया गया है.

यह भी है एक चिंता
शार्दुल ठाकुर को एशिया कप में गेंदबाजी में कुछ सफलताएं जरूर मिलीं, लेकिन बल्लेबाजी में वह कुछ खास नहीं कर सके. ऐसे में हार्दिक पांड्या के अलावा भरोसेमंद हरफनमौला की कमी भारत के लिए एक चिंता का विषय हो जा सकती है. वैसे, कुछ महीने पहले चोट से जूझ रही भारतीय टीम एशिया कप जीतने के साथ विश्व विजेता बनने की प्रबल दावेदार बन चुकी है. आस्ट्रेलिया से भिड़ंत के बाद भारतीय टीम विश्वकप अभियान के अभ्यास के तहत इंगलैंड (England) और नीदरलैंड (Netherlands) के साथ मैच खेलेगी. बहरहाल, 12 साल बाद फिर विश्व कप प्रतियोगिता भारतीय भूमि पर होगी. घरेलू मैदान और अपने प्रशंसकों के उत्साहवर्द्धन से भी भारतीय टीम के मनोबल को मजबूती मिलेगी. विश्वकप की शुरुआत 05 अक्तूबर से होगी और 19 नवंबर 2023 को गुजरात के नरेंद्र मोदी स्टेडियम (Narendra Modi Stadium) में फाइनल मैच खेला जायेगा.

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