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पूरी हो गयी अशोक महतो की आस!

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विष्णुकांत मिश्र
24 मार्च 2024
Munger : पहल जिस किसी ने की हो, लालू प्रसाद (Lalu Prasad) के दरबार में अशोक महतो (Ashok Mahato) पहुंच तो गये, पर कानून की दृष्टि से जब उनका आपराधिक इतिहास-भूगोल खंगाला गया तो उन्हें चुनाव लड़ने के अयोग्य पाया गया. यह जान-सुन अशोक महतो के पांव तले की जमीन खिसक गयी. हताशा से उबारने के लिए पत्नी की कुंडली खोजी गयी. मालूम हुआ कि अविवाहित हैं. विवाह नहीं करने के कारण ही इलाकाई लोग उन्हें ’साधु’ उपनाम से पुकारते हैं. लालू प्रसाद ने नयी नवेली दुल्हन को उम्मीदवार बनाने का भरोसा दिला यथाशीघ्र शादी कर लेने का सुझाव दिया. उस सुझाव पर अशोक महतो ने त्वरित अमल किया.

पहल इन्होंने की!
विवाह योग्य कन्या की खोज हुई. चार- पांच दिन ही हाथ-पांव चलाने पड़े. 62 वर्षीय दूल्हा के लिए 46 वर्षीया दुल्हन मिल गयी. ऐसा लगा कि ईश्वर ने कुमारी अनिता उर्फ डाॅली (Miss Anita alias Dolly) को इन्हीं के लिए बचा कर रखा था. हालांकि, कुछ लोगों का कहना है कि पहले से सब कुछ तय था. लालू प्रसाद का आश्वासन मिला और शादी हो गयी. चट मंगनी, पट ब्याह! सोशल मीडिया की खबर पर भरोसा करें, तो खुद को कुमारी अनिता उर्फ डाॅली का चचेरा भाई बताने वाले रविश कुमार (Ravish Kumar) उर्फ रवि डाॅन का दावा है कि पहल उन्होंने की थी. कन्या खोजने का संदेश आया तो उन्होंने कुमारी अनिता उर्फ डाॅली के बहनोई अभय प्रसाद मेहता (Abhay Prasad Mehta) के समक्ष प्रस्ताव रखा.

खरमास में शादी!
ऐसा बताया जाता है कि ये लोग अशोक महतो को पहले से जानते-पहचानते थे. रविश कुमार उर्फ रवि डाॅन के कहने पर अभय प्रसाद मेहता ने कुमारी अनिता उर्फ डाॅली से बात की और शादी पक्की हो गयी. शुभ मुहूर्त के लिए वक्त नहीं था. इंतजार नहीं किया गया. शादी खरमास (Kharmas) में हो गयी. सनातनी व्यवस्था में इसे अपशकुन माना जाता है. इसे नजरंदाज कर पटना (Patna) जिले के सालिमपुर थाना क्षेत्र के करौटा ( बख्तियारपुर के समीप) में फोरलेन के किनारे स्थित जगदंबा स्थान मंदिर (Jagdamba Sthana Temple) में पुजारी विनय मिश्र ने मंगलवार 19 मार्च 2024 की रात में शादी संपन्न करा दी.

यहीं है पहाड़पुर गांव में कुमारी अनिता उर्फ डाॅली का घर

कुमारी अनिता ने कुछ यूं कहा
पढ़ी – लिखी कुमारी अनिता उर्फ डाॅली ने उम्र के ढलान पर फिसलते ‘ब्रह्मचारी’ से शादी क्यों की? राजनीति में कोई बेहतर मुकाम हासिल करने के लिए उन्होंने ऐसा किया या फिर कोई विवशता थी? वैसे तो ये सवाल निहायत व्यक्तिगत हैं, तब भी मुंगेर संसदीय क्षेत्र के सामान्य लोग यह सब जानने को उत्सुक हैं. इसलिए कि इस क्षेत्र से वह राजद की उम्मीदवार घोषित हुई हैं. कुछ लोगों का कहना है कि अशोक महतो से शादी के उनके निर्णय पर सीवान के बाहुबली अजय सिंह से शादी के बाद कविता सिंह की चमक गयी किस्मत का प्रभाव हो सकता है. वैसे, सोशल मीडिया में कुमारी अनिता उर्फ डाॅली का बयान आया है कि शादी परिवार के लोगों ने तय कर दी. उन्होंने उसे स्वीकार कर लिया.


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कहां की हैं कुमारी अनिता उर्फ डाॅली?
अब जानते हैं कि कुमारी अनिता उर्फ डाॅली आखिर हैं कौन? कहां की रहने वाली हैं और क्या करती हैं. पारिवारिक पृष्ठभूमि क्या है? मीडिया में विविध प्रकार की विरोधाभासी जानकारी परोसी जा रही है. कोई कुछ, तो कोई कुछ बता रहा है. तापमान लाइव ने जो जमीनी जानकारी प्राप्त की है उसके मुताबिक कुमारी अनिता उर्फ डाॅली मूल रूप से लखीसराय जिले की रहने वाली हैं. सूर्यगढ़ा प्रखंड के पहाड़पुर (ऋषि-पहाड़पुर) गांव में उनका पुश्तैनी घर है. गांव में पुल ढाला के पास कचहरी है. उसी जगह कन्या पाठशाला ( प्राथमिक विद्यालय) है. कन्या पाठशाला से सटे कुमारी अनिता उर्फ डाॅली का घर है. घर में लम्बे समय से ताला लगा हुआ है.

पिता अभियंता थे
गांव वालों के अनुसार कुमारी अनिता उर्फ डाॅली के पिता हरि मंडल (हरि प्रसाद मेहता) सिंचाई विभाग में अभियंता थे. पढ़ाई उनकी उच्च विद्यालय, अमरपुर में हुई थी. मैट्रिक परीक्षा में विद्यालय टापर हुए थे. सिंचाई विभाग में अभियंता के तौर पर समस्तीपुर जिले के रोसड़ा में पदस्थापित थे. उसी दरमियान दिल्ली चले गये. गांव से सम्पर्क करीब- करीब टूट गया. वैसे, बताया जाता है कि पटना के राजा बाजार इलाके में कहीं उनका फ्लैट है. परिवार वहीं रहता है. पहाड़पुर (Paharpur) निवासी रेवन मंडल के तीन पुत्रों में हरि मंडल सबसे छोटे थे. बड़े भाइयों – रामदेव मंडल और किशुनदेव मंडल के परिवार का जुड़ाव गांव से बना हुआ है. रेवन मंडल के पिता गोखुल मंडल थे.

पद छोड़ना पड़ जायेगा
ऋषि गांव के हैं सोफेन्द्र प्रसाद सिंह. उनके अनुसार हरि मंडल की किडनी खराब हो गयी थी. दस-बारह साल पहले मृत्यु हो गयी. हरि मंडल को तीन पुत्र और तीन पुत्रियां हैं. दो पुत्रियों और दो पुत्रों का परिवार बस गया है. मंझली पुत्री कुमारी अनिता उर्फ डाॅली ने विज्ञान से स्नातक करने के बाद फार्मेसी की डिग्री हासिल कर ली. उस आधार पर उत्तर रेलवे (Northern Railway) के दिल्ली स्थित केन्द्रीय अस्पताल में नौकरी मिल गयी. वर्तमान में चीफ फर्मासिस्ट के पद पर कार्यरत हैं. मुंगेर (Munger) से संसदीय चुनाव लड़ने के लिए उन्हें यह पद छोड़ देना पड़ेगा. बताया जाता है कि हरि मंडल के एक पुत्र सी पी डबल्यू डी (CPWD) में इंजीनियर हैं. कुमारी अनिता उर्फ डाॅली का जमालपुर (Jamalpur) क्षेत्र में ननिहाल है. हाल मुकाम यही माना जाता है.

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