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तो ये हैं नीतीश कुमार के भगवान !

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जब लोकसभा चुनाव में जदयू उम्मीदवारों की जीत अपेक्षा के अनुरूप नहीं हो और केंद्र में विपक्षी गठबंधन की सरकार भी बन जाये. ये दो सिर राज्यसभा सदस्य संजय झा और मंत्री विजय कुमार चौधरी के हैं. इन दोनों को अभी से दर्द हो रहा है कि कहीं चुनाव का परिणाम अनुकूल नहीं हुआ तो क्या होगा.

विशेष प्रतिनिधि

05 म‌ई 2024

Patna : आदमी की फितरत अजीबोगरीब है. अगर कामयाबी मिली तो सेहरा अपने सिर बांध कर इतराता फिरता है. अगर नाकाम हुए तो उसका ठिकरा दूसरों के सिर फोड़ देता है. दूसरा सिर भी किसी आम आदमी का नहीं होता है. इसके लिए आदमी ने भगवान बना लिया है. नाकामी का ठिकरा बिना दायें-बायें किये भगवान के माथे फोड़ देता है-हम क्या करें, भगवान को यही मंजूर था. अपने सुशासन बाबू (Sushasan Baboo) हालांकि आम आदमी नहीं हैं, लेकिन नाकामी का ठिकरा फोड़ने के लिए उन्होंने अपने आसपास कई सिरों का इंतजाम कर लिया है.

पहला सिर चिराग का

2020 के विधानसभा चुनाव (Vidhansabha Chunav) को याद कीजिये. इकहत्तर विधायकों के साथ ‌वह विधानसभा चुनाव में गये थे. परिणाम आया. उन्तीस विधायकों को जनता ने अपने पास रोक लिया. नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने ठिकरा फोड़ने के लिए दो पीस सिर का इंतजाम किया.  पहला सिर चिराग पासवान (Chirag Paswan) का था. उस पर हार की जवाबदेही देने के बाद


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उन्होंने रामचंद्र बाबू के सिर का भी बंदोबस्त किया. रामचंद्र बाबू यानी आरसीपी सिंह (RCP Singh). चिराग पासवान पर आरोप लगा कि उन्होंने जदयू के खिलाफ उम्मीदवार उतार दिया था. रामचंद्र बाबू पर आरोप लगा कि उन्होंने अपना बताकर कमजोर लोगों को उम्मीदवार बनवा दिया.

दो सिर काम आये

दोनों के सिर पर ठिकरा फोड़ने के बाद नीतीश कुमार अपराध भाव से मुक्त हो गये.‌ इसी तरह जब वह राजद गठबंधन छोड़ कर भाजपा से मिले थे तो उस समय उन्होंने गिन कर चार सिर का बंदोबस्त किया था. भाजपा (BJP) से राजद (RJD) गठबंधन के साथ आये तो इस समय भी दो सिर काम आये. कहा कि इन्हीं के कारण भाजपा छोड़ राजद गठबंधन में गये थे.

दर्द‌ हो रहा अभी‌ से

एक बार फिर राजद गठबंधन (RJD Alliance) से अलग होकर भाजपा से जुड़े हैं तो नये सिरे से दो सिरों का प्रबंध कर लिया गया है. इसका उपयोग तब होगा, जब लोकसभा चुनाव में जदयू उम्मीदवारों की जीत अपेक्षा के अनुरूप नहीं हो और केंद्र में विपक्षी गठबंधन की सरकार भी बन जाये. ये दो सिर राज्यसभा सदस्य (Rajaysabha Member) संजय झा (Sanjay Jha) और मंत्री विजय कुमार चौधरी (Vijay Kumar Choudhary) के हैं. इन दोनों को अभी से दर्द हो रहा है कि कहीं चुनाव का परिणाम अनुकूल नहीं हुआ तो क्या होगा. यही कारण है कि ये दोनों चुनाव में जरूरत से अधिक मेहनत कर रहे हैं. इन दोनों को नीतीश कुमार (Nitish Kumar) का भगवान भी कह सकते हैं.

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