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गांडेय का गणित… कल्पना सोरेन : मुश्किलें तो खड़ी कर ही दी थीं मुनिया देवी ने!

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विष्णुकांत मिश्र
30 नवम्बर 2024

RANCHI : झारखंड विधानसभा के चुनाव में बड़े राजनीतिक चेहरे के तौर पर उभरीं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) की पत्नी कल्पना सोरेन (Kalpna Soren) की गिरिडीह (Giridih) के गांडेय (Gandey) में दूसरी जीत हुई. तकरीबन छह माह पूर्व उपचुनाव (By-Election) में पहली जीत हुई थी. वह जितनी आसान और बड़ी जीत थी, उसकी तुलना में इस बार मुश्किलों से भरी छोटी जीत हुई. छोटी इस रूप में कि उपचुनाव में जहां 27 हजार 149 मतों के अंतर से जीत मिली थी वहीं इस बार जीत का अंतर 17 हजार 142 मतों में सिमट गया.

पलट गया पासा
मुश्किलें यह दरपेश हुईं कि शुरुआती रुझान में कल्पना सोरेन पिछड़ती दिखीं. तब ऐसा लगा कि कहीं भाजपा (BJP) उम्मीदवार मुनिया देवी (Muniya Devi) उनकी राह रोक न दें. लेकिन, अंतिम चरणों में पासा पलट गया. अप्रत्याशित ढंग से 01 लाख 02 हजार 230 मत बटोर लेने वाली मुनिया देवी के मुकाबले 01 लाख 19 हजार 372 मत अर्जित कर कल्पना सोरेन ने गांडेय का किला फिर से फतह कर लिया.

बड़ा राजनीतिक प्रयोग
यहां गौर करने वाली बात है कि झामुमो (JMM) को धीरे से जोर का झटका देने की रणनीति के तहत भाजपा ने गांडेय में बड़ा राजनीतिक प्रयोग किया. मई 2024 के उपचुनाव में‌ बड़ी जीत हासिल करने वाली कल्पना सोरेन के खिलाफ किसी बड़े चेहरे की जगह जमीन से जुड़ी महिला नेता को अखाड़े में उतार दिया. जिला परिषद की राजनीति में गहरे रूप से सक्रिय वह महिला नेता मुनिया देवी हैं, जो कुशवाहा समाज से आती हैं. वर्तमान में गिरिडीह जिला परिषद की अध्यक्ष (District Council Chairperson) हैं.

विशुद्ध गृहिणी थीं मुनिया देवी
मुनिया देवी पहले झामुमो से जुड़ी थीं. साल भर पहले भाजपा में शामिल हुई थीं. जमुआ विधानसभा क्षेत्र की रहने वाली विशुद्ध गृहिणी मुनिया देवी का 2010 से पहले राजनीति से दूर-दूर तक वास्ता नहीं था. 2010 में जमुआ पूर्वी भाग से जिला पार्षद (District Councilor) निर्वाचित हुईं. किस्मत का साथ मिला, जिला परिषद की अध्यक्ष बन गयीं. फिर राजनीति में भागीदारी बढ़ती चली गयी. 2022 में दोबारा जिला पार्षद निर्वाचित हुई और फिर से जिला परिषद की अध्यक्ष बन गयीं.


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भाजपा को थी जरूरत
विधानसभा के चुनाव में पहली बार किस्मत आजमाने वाली मुनिया देवी का मायका गांडेय विधानसभा क्षेत्र में है. उनके पति कौलेश्वर वर्मा व्यवसायी हैं. प्रो.जयप्रकाश वर्मा इस क्षेत्र में भाजपा के बड़े नेता थे. उम्मीदवारी उन्हें ही मिलती थी. पार्टी से उनके अलग हो जाने के बाद भाजपा को स्थानीय स्तर पर एक मजबूत कुशवाहा नेता की जरूरत थी. उपचुनाव में दिलीप कुमार वर्मा को परखा गया. खरा नहीं उतरे .

भाजपा का भविष्य
जून 2023 में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) की जनसभा में मुनिया देवी के पार्टी में शामिल होने से वह जरूरत लगभग पूरी हो गयी. बहरहाल, इस चुनाव में मुनिया देवी शिकस्त भले खा गयीं, पर गांडेय में भाजपा का भविष्य फिलहाल इन्हीं में निहित हो गया है.
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