बिल्कुल आसान : फलों से लाद दे सकती है नींबू के पौधे को सरसों की खली
तापमान लाइव ब्यूरो
11दिसम्बर 2024
New Delhi : नींबू (Lemon) में स्वाद तो है ही औषधीय (Medicinal) गुणों से भी परिपूर्ण है. यही वजह है कि इसका सेवन हर कोई करना चाहता है. स्वाद की चाहत ऐसी कि लोग घरों की छत और बालकनी में भी नींबू का पौधा लगाने लग गये हैं. लेकिन, नींबू का पौधा लगाना तो आसान है, पर उसकी देखभाल करना बहुत कठिन है. फल लगने का इंतजार करना उससे भी ज्यादा मुश्किल है. ऐसा इसलिए कि नींबू के पौधे में आमतौर पर पत्ते ही लगते रहते हैं, फल नहीं आते हैं. आप भी इस समस्या से जूझ रहे हैं तो ज्यादा परेशान होने की ज़रूरत नहीं है. बस पांच-दस रुपये खर्च करें, नींबू का पौधा फलों से लद जायेगा.
पारंपरिक प्राकृतिक खाद
सामान्य समझ है कि पौधे में फल पर्याप्त पोषण नहीं मिलने की वजह से नहीं लगते हैं. पोषण (Nutrition) की कमी कोई बड़ी समस्या नहीं है. सरसों की खली से इसे पूरी की जा सकती है. हर किसी को मालूम है कि सरसों की खली पारंपरिक प्राकृतिक खाद है. बाजार में इसकी आसान उपलब्धता भी है. इसमें नाइट्रोजन (Nitrogen), फास्फोरस (Phosphorus) और पोटेशियम (Potassium) जैसे पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाये जाते हैं. ये सभी तत्व पौधे के विकास और फल लगने में सहायक हो सकते हैं.
यह है इस्तेमाल का तरीका
लेकिन, सरसों की खली के इस्तेमाल का भी कुछ अलग तरीका है. यह कि नींबू के पौधे में डालने से पहले सरसों की खली को पांच दिनों तक पानी में फुलने के लिए छोड़ देना चाहिए. पूरी तरह गल जाने के बाद उसे पौधे की जड़ में डालना चाहिये. डालने से पहले मिट्टी को हल्का कोड़ दें और तब उसमें खली डालें. खली का इस्तेमाल महीने में एक बार करने से काफी फायदा होता है. इसे वर्मीकम्पोस्ट (Vermicompost) या गोबर (Cow Dung) की खाद में मिलाकर भी इस्तेमाल किया जा सकता है.
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