‘डमरू नृत्य’ से भी नहीं पिघली हेमंत सोरेन की सरकार
विष्णुकांत मिश्र
13 सितम्बर, 2021
Deoghar. कोरोना संक्रमण को लेकर लंबे समय से लॉकडाउन की ‘त्रासदी’ झेल रही महादेव की नगरी देवघर की धार्मिक रौनकता लौटाने के लिए भाजपा विधायक नारायण दास ने झारखंड विधानसभा के समक्ष ‘डमरू नृत्य’ तक किया. लेकिन, हेमंत सोरेन की सरकार पर उसका भी कोई असर नहीं पड़ा. विधायक नारायण दास का इस रूप में विरोध प्रदर्शन विधानसभा भवन में नमाज के लिए विशेष कमरा उपलब्ध कराने को लेकर भी था. विधानसभा अध्यक्ष के इस आशय के निर्णय के खिलाफ भाजपा आंदोलित है. उसके विधायकों ने इस मुद्दे को लेकर झारखंड विधानसभा में भी जबर्दस्त हंगामा किया था. हंगामे के दिन विधायक नारायण दास डमरू बजाते हुए सदन में पहुंचे थे.
उनका कहना रहा कि देवघर नटराज की नगरी है. वहां महादेव वास करते हैं. बाबा वैद्यनाथ धाम मंदिर सिर्फ देवघर के लिए ही नहीं, बल्कि संपूर्ण भारतवर्ष और पड़ोस के नेपाल एवं भूटान तक के लोगों की आस्था इससे जुड़ी हुई है. बेलपत्र से लेकर पेड़ा तक बेचने वाले हजारों लोगों का जीवन यापन होता है. पंडा-पुरोहित तो मुख्य रूप से इस आस्था पर ही आश्रित हैं. पिछले पांच महीने से बाबा मंदिर का पट बंद है. सब कुछ ठप है. कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण के बावजूद हेमंत सोरेन की सरकार उसे खोलने के प्रति गंभीर नहीं हैं. विधायक नारायण दास के इस विरोध प्रदर्शन के बाद भी सरकार की चेतना नहीं लौटी है. उच्चतम न्यायालय के तत्संबंधी फैसले से उसका हौसला बढ़ गया है. दूसरी तरफ इस आस्था पर आश्रित लोगों की परेशानी दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है.
विडियो साभार : The Followup.in