रूबिका पहाड़िन : ऐसी पाशविकता क्यों?… खड़ा ही है सवाल
राजकिशोर सिंह
26 दिसम्बर 2023
Sahibganj : वारदात के कई माह बीत जाने के बाद भी सवाल खड़ा ही है कि दिलदार अंसारी के परिजनों ने रूबिका पहाड़िन (Rubika Pahadin)के साथ ऐसी निर्दयता क्यों की? साहिबगंज पुलिस का मानना रहा कि हत्या पारिवारिक कलह में हुई. हो सकता है, वजह यही हो. पर, इतनी-सी बात के लिए मौत देने का तरीका कुछ दूसरा भी तो हो सकता था. फिर ऐसी पाशविकता क्यों? इसी ‘क्यों’ ने मामले के ‘लव जिहाद’ से जुड़े होने की आशंका पैदा कर दी. कहा गया कि ‘गैर धार्मिक वैवाहिक रिश्ते’ से उफनाये- बौखलाये परिवार के लोगों ने रूबिका पहाड़िन को लेकर दिलदार अंसारी में नफरत का जहर इतना भर दिया कि अकल्पित बहशीपन (Unimaginable Exorcism) का वह भी गुनहगार बन गया. हालांकि, एक बात यह भी सामने आयी कि वारदात के दिन वह गांव में नहीं था. धंधे के सिलसिले में पश्चिम बंगाल में कहीं था. संभव है, यह बात उसके बचाव में फैलायी गयी हो.
12 लोगों की थी भूमिका
मामले की अनुसंधानक महिला दारोगा सुषमा कुमारी के बयान पर बोरियो थाने में दर्ज प्राथमिकी में अमानुषिकता (Inhumanity) की हद लांघने में मुख्य भूमिका दिलदार अंसारी (Dildar Ansari) की मां मरियम निशा और मामा मैनुल अंसारी की रहने की बात कही गयी. मैनुल अंसारी के दामाद सलीम अंसारी की भी. दिलदार अंसारी और मरियम निशा समेत 10 लोगों की तत्काल गिरफ्तारी हुई . दिलदार अंसारी के पिता मुस्तकीम अंसारी, भाई आमिर अंसारी और महताब अंसारी, बहन गुलेरा खातून, पत्नी जरीना खातून आदि की. इनमें मैनुल अंसारी के दोस्त स्टैंड किरानी मोइनुद्दीन अंसारी और उसकी पत्नी शहरबानो खातून भी थीं. घटना के महीनों बाद मैनुल अंसारी और फिर सलीम अंसारी पुलिस की गिरफ्त में आया
रिश्ता पसंद नहीं आया
दिलदार अंसारी के भाई आमिर अंसारी ने ही पुलिस के समक्ष रहस्य खोला कि रूबिका पहाड़िन की हत्या साजिश के तहत हुई. उसके अनुसार दिलदार अंसारी पहले से शादीशुदा था. सरेजा खातून उसकी पहली पत्नी है. उससे एक बेटा भी है. प्रेमजाल में फंसा और तथ्य को छिपा रूबिका पहाड़िन से उसने दूसरी शादी कर ली. आदिवासी ईसाई (Tribal Christians) लड़की से रिश्ता घर वालों को पसंद नहीं आया. झगड़ा-झंझट होने लगा. इससे निजात पाने के लिए रूबिका पहाड़िन को साथ ले दिलदार अंसारी बेंगलूरु चला गया. कहानी के क्रम को रूबिका पहाड़िन की बहन शीला पहाड़िन ने आगे बढ़ाया. बताया कि बेंगलुरु (Bengaluru) से वापस आने के बाद दिलदार अंसारी के घर में कलह ने विकराल रूप धारण कर लिया. बात उसके पिता सुर्जा पहाड़िया तक पहुंची. हालांकि, रूबिका पहाड़िन की दिलदार अंसारी से निकटता-अंतरंगता सुर्जा पहाड़िया और चांदी पहाड़िन को भी मंजूर नहीं थी. दोनों इसका विरोध करते थे.
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बहुत कोशिश की, अलग नहीं हुए
रूबिका पहाड़िन की बहन शीला पहाड़िन के शब्दों में – ‘हमने दोनों को अलग करने की बहुत कोशिश की. लेकिन, वे अलग नहीं हुए. यह उनकी बदकिस्मती थी.’ तब भी कहर ढाये जाने की सूचना पर सुर्जा पहाड़िया उस दिन रूबिका पहाड़िन को अपने घर ले आये. लेकिन, हाट-बाजार जाने-आने के क्रम में दिलदार अंसारी से उसकी मुलाकातें और बातें होती रहीं. अंततः बहला-फुसलाकर फिर उसे वह अपने घर ले गया. डोंडा पहाड़ से लगभग 12 किलोमीटर दूर पहाड़ी के नीचे बोरियो बाजार है. स्थानीय लोगों के मुताबिक इसी बाजार में पहाड़ की गरीब व अशिक्षित लड़कियां दूसरे लड़कों से मिलती हैं और आधुनिकता में लिपटीं उनकी चिकनी-चुपड़ी बातों में फंस अपनी जिंदगी बर्बाद कर लेती हैं.
इस वजह से हो गयी मोहित
दिलदार अंसारी से रूबिका पहाड़िन की पहली मुलाकात इसी बाजार में हुई थी. ‘प्रथम पति’ से दुराव-विलगाव से पूरी तरह टूट गयी रूबिका पहाड़िन को भावनात्मक सहारे (Emotional Support) की जरूरत थी. दिलदार अंसारी की बातों में सुकून मिलता महसूस हुआ और वह उसके प्रेमजाल में फंस गयी. दिलदार अंसारी काम कबाड़ी का करता है. पर डील-डौल में स्थानीय स्तर की ‘रईशी’ दिखती है. संभवतः उसी से वह मोहित हो गयी. उसकी हत्या से तीन दिन पहले यानी 13 दिसम्बर 2022 को दो नाबालिग लड़कियां एक लड़के के साथ बोरियो बाजार के एक होटल में थीं. पुलिस ने होटल में छापेमारी (Raid) की. तीनों को पकड़ उन्हें बाल सुधार गृह में डाल दिया. ऐसा किसी और का नहीं, खुद शीला पहाड़िन का कहना रहा.
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