मुजफ्फरपुर : इस बार बहाना पड़ रहा है खूब पसीना
मदनमोहन ठाकुर
02 अप्रैल, 2022
SITAMARHI : बिहार विधान परिषद के मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र का परिणाम जो निकले, इस बार के चुनाव में जदयू (JDU) समर्थित उम्मीदवार निवर्तमान विधान पार्षद दिनेश सिंह (Dinesh Singh) को खूब पसीना बहाना पड़ रहा है. मतलब कि पिछले चुनावों में जितनी आसानी से उन्हें जीत मिल गयी थी, इस बार वह उतना ही कठिन नजर आ रही है.
दिनेश सिंह के मुकाबले राजद समर्थित उम्मीदवार के तौर पर बाहुबली छवि के शंभु सिंह (Shambhu Singh) मैदान में हैं. उन्हें चुनाव लड़ने का अनुभव भले नहीं है, लेकिन अन्य मामलों में वह दिनेश सिंह से शायद किसी भी रूप में कमतर नहीं है. क्षेत्र में हो रही चर्चाओं के मुताबिक दिनेश सिंह ने जीत के लायक मतों का ‘मुकम्मल इंतजाम’ कर रखा है. लेकिन, उस इंतजाम में सेंध लगने की आशंका भी बड़ा आकार लिये हुए है.
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पत्नी और पुत्री भी हैं सक्रिय
इस आशंका को मजबूती इससे भी मिल रही है कि ‘हथेली से जीत’ फिसलने नहीं देने के लिए दिनेश सिंह तो खुद एड़ी-चोटी एक किये हुए हैं ही, उनकी पत्नी रालोजपा सांसद वीणा सिंह (Veena Singh) और पुत्री कोमल सिंह (Komal Singh) भी सघन चुनाव अभियान चला रही हैं. मैदान में और भी उम्मीदवार हैं. पर, मुख्य मुकाबला दिनेश सिंह और शंभु सिंह के बीच है.
ऑक्सीजन बाबा (Oxyzen Baba) के नाम से चर्चित बिहार गुरु अविनाश तिरंगा (Avinash Tiranga) भी मुख्य संघर्ष में आने के लिए खूब जोर लगा रहे हैं. जहां तक सामाजिक समीकरण की बात है तो राजद (RJD) समर्थित उम्मीदवार रहने की वजह से यादव और मुस्लिम मतों का समर्थन शंभु संह (Shambhu Singh) को मिलता दिख रहा है. स्वजातीय ब्रह्मर्षि समाज में भी स्वीकार्यता कायम होती नजर आ रही है.
चुनाव 04 अप्रैल को
जदयू (JDU) समर्थित उम्मदवार दिनेश सिंह का अपना सामाजिक समीकरण है. उसमें कोई ज्यादा क्षरण होने की संभावना नहीं है. इसके बावजूद टक्कर कांटे की है. चुनाव 04 अप्रैल को और मतों की गणना 07 अप्रैल को होना तय है.
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