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तारा शाहदेव : हौसला मिला पीड़ित प्रताड़ित महिलाओं को

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विशेष संवाददाता
23 नवंबर 2023

Ranchi : रकीबुल हसन खान प्रकरण में एक पूर्व राज्यपाल, एक पूर्व मुख्यमंत्री, तत्कालीन अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हाजी हुसैन अंसारी, पर्यटन मंत्री सुरेश पासवान, पूर्व पुलिस महानिदेशक नेयाज अहमद एवं जी. एस. रथ, ग्रामीण विकास विभाग में पदस्थापित आईएएस अधिकारी पारितोष उपाध्याय, वन विभाग के पूर्व पी.सी.सी.एफ. बलदेव राज ललन के अलावा न्यायिक सेवा के कई अधिकारियों के नाम चर्चा में आये थे. झारखंड उच्च न्यायालय (Jharkhand High Court) के निबंधक (निगरानी) मुश्ताक अहमद शातिर रकीबुल हसन खान के ‘सरकार’ थे. उन्हें निलंबित कर दिया गया था. बाद में बर्खास्तगी भी हो गयी. उनके अलावा देवघर के जिला एवं सत्र न्यायाधीश पंकज श्रीवास्तव, शेरघाटी के न्यायिक अधिकारी राजेश कुमार समेत अन्य कई न्यायाधीशों के नाम भी चर्चाओं में जुड़े.

कोई ठोस आधार नहीं
उस वक्त मीडिया में ऐसी बातें आयी थीं कि रकीबुल हसन खान अदालती मामलों से जुड़ी डील करवाता था और उसके लिए झारखंड की विभिन्न अदालतों के कई न्यायाधीश (Judge) नियमित रूप से उसके घर आया करते थे. उन सबका हर तरह से स्वागत- सत्कार किया जाता था. पर, सीबीआई जांच में मुश्ताक अहमद के अलावा अन्य को लेकर हुई चर्चाओं का संभवतः कोई ठोस आधार नहीं निकला. एक तरह से तमाम बातें कही-सुनी ही थीं.


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कुत्ते से कटवाया गया
तारा शाहदेव (Tara Shahdev) को एक-डेढ़ माह गहरे तनाव और दहशत में गुजारना पड़ा. उसकी आपबीती एक दर्दनाक कहानी बन कर उभरी.-‘निकाह की रात ही रकीबुल अपने असली चेहरे के साथ आ गया. उसने तारा शाहदेव को धमकी दी कि वह उसकी हर बात को माने वर्ना उसका हाल वैसा ही कर दिया जायेगा जैसा कि दिल्ली के निर्भया का हुआ था …तारा शाहदेव ने विरोध किया कि उसे सारा परवीन न कहा जाये तो मारा-पीटा गया… कुत्ते से कटवाया गया… जूठन खाने के लिए दिया गया…बहुत भूख लगने पर वह वही खा कर रह जाती थी…उसके पास से मोबाइल फोन ले लिया गया. घर के फोन से भी जुदा कर दिया गया…और भी कई तरह की यातनाएं (Tortures) दी गयीं जिसकी पुष्टि नौकरानी (Maid) हरिमति ने की. रंजीत सिंह कोहली के खिलाफ प्रताड़ना और धर्मांतरण के लिए दबाव बनाने का मामला दर्ज हुआ.

क्या दिखा था रकीवुल में?
वैसे, तारा शाहदेव को लेकर भी कई सवाल उठे. उनमें सबसे बड़ा सवाल यह था कि आखिर उसने रंजीत सिंह कोहली उर्फ रकीबुल हसन खान में क्या देखा की तीसरी मुलाकात में उसकी हो जाने का फैसला ले लिया? खैर, यह काबिल-ए-तारीफ रहा कि नागवंशी महिला तारा शाहदेव ने रंजीत सिंह कोहली उर्फ रकीबुल हसन खान को सलाखों के पीछे पहुंचवाने की हिम्मत दिखायी, उम्रकैद की सजा दिलवायी. उसके इस कदम से चूल्हे-चौके में उलझी, गोइठा पाथती और हया के बोझ तले दबी महिलाओं को हौसला मिला है. यह प्रकरण उन लड़कियों के लिए भी बड़ा सबक है जो चट मंगनी पट ब्याह (Quick Matchmaking and Marriage) रचाने में चकाचौंध भरे दलदल में पांव धंसा जीवन बर्बाद कर लेती हैं. ऐसे लड़कियों को इस तथ्य को अच्छी तरह से समझना चाहिये कि किसी का भविष्य (Future) शार्टकट से नहीं बना करता.  (समाप्त)

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