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फटाफट खटाखट… आंसू गिरेंगे धकाधक…धकाधक !

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विशेष संवाददाता

03 जून‌ 2024

Patna : हर किसी के संज्ञान में है कि जुमलेबाजी और तुकबंदी इस चुनाव (Election) में भी खूब हुई. विपक्षी नेताओं के निशाने पर सिर्फ और सिर्फ नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) रहे. हर प्रकार के राजनीतिक (Poltical) हमले उन पर हुए.‌ नरेन्द्र मोदी ने भी राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और विपक्ष के अन्य नेताओं पर लच्छेदार तंज कसने में कोताही नहीं बरती. वैसे भी नये-नये लुभावने नारे गढ़ने और जुमले उछालने में भाजपा (BJP) की कोई सानी नहीं है. इस मामले में भी वह कांग्रेस (Congress) एवं दूसरे विपक्षी दलों को पछाड़ती रही है. ‌लेकिन, इस बार के चुनाव में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने नरेन्द्र मोदी और भाजपा को पछाड़ दिया.

उनकी आदत है यह

ऐसा संभवतः पहली बार हुआ कि ‘मोदी की गारंटी’ (Modi Ke Guarantees) के अलावा भाजपा (BJP) के नारों और नरेन्द्र मोदी के जुमलों में कोई विशेष आकर्षण नहीं दिखा. वैसे, राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के जुमले का जवाब इसने सलीके से अवश्य दिया. यह पूरी दुनिया जानती और समझती है कि राहुल गांधी को बेसिरपैर की बातें करने की आदत है. इसके चलते कांग्रेस से बाहर उनके कथनों को गंभीरता से नहीं लिया जाता है. अब देखिये, चुनाव के दौरान राहुल गांधी का बयान आया- गरीबी दूर करने के लिए वह महिलाओं के खाते में एक लाख रुपया चुटकी बजाते डालेंगे…खटाखट… खटाखट!

भारी पड़ गया

राहुल गांधी के मुंह से निकले खटाखट… खटाखट शब्द कांग्रेसियों को तो रास आये ही, राजद (RJD) के अघोषित सुप्रीमो तेजस्वी प्रसाद यादव ने भी इसे आत्मसात कर लिया. पर, विश्लेषकों की समझ में राहुल गांधी का यह जुमला ‘चौकीदार चोर है’ की तरह कांग्रेस के लिए ही भारी पड़ गया. नरेन्द्र मोदी ने एक चुनावी सभा में पलटवार किया- रायबरेली (Raibareli) की जनता उन्हें घर भेज देगी खटाखट… खटाखट! अमित शाह (Amit Shah), योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath),‌ हिमंत बिस्वा सरमा (Himant Biswa Sarma) आदि ने राहुल गांधी के खटाखट… खटाखट का जवाब फटाफट, खटाखट विदाई के रूप में दिया.‌


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नया कुछ मिल गया

अन्य के लिए जो हो, शब्दों का अकाल झेल रहे तेजस्वी प्रसाद यादव (Tejaswi Prasad Yadav) को कहने- बोलने के लिए नया कुछ मिल गया. नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली महागठबंधन (Mahagathbandhan) की सरकार में मिली नौकरियों का श्रेय हड़प रहे तेजस्वी प्रसाद यादव ने एक चुनावी सभा में पाशा फेंका.. मिज़ाज रखिये टनाटन … टनाटन. केन्द्र में आईएनडीआईए की सरकार बनी तो नौकरियां मिलेंगी फटाफट…फटाफट ! राहुल गांधी की मौजूदगी में इस जुमले को उन्होंने कुछ यूं विस्तारित भी किया.. भाजपा हो जायेगी सफाचट… सफाचट! कांग्रेस और लालटेन को वोट मिलेंगे ठकाठक… ठकाठक!

अखिलेश यादव भी

राहुल गांधी के खटाखट… खटाखट से सिर्फ‌ तेजस्वी प्रसाद यादव ही नहीं, अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) भी प्रभावित हुए. उत्तर प्रदेश (Utter Pradesh) की एक सभा में चुनावी बांड के तहत भाजपा को मिले चंदे के संदर्भ में उन्होंने जो तुकबंदी की उसमें गटागट…गटागट का इस्तेमाल किया. इस जुमलेबाजी पर ‘हम’ सुप्रीमो पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी (Jitanram Manjhi) भला चुप कैसे रह जाते. उनका सटासट जवाब आया- चार जून को आईएनडीआईए (I.N.D.I.A) वालों के आंसू गिरेंगे धकाधक… धकाधक! ईवीएम (EVM) पर आरोप लगेंगे फटाफट… फटाफट. विपक्षी नेताओं को मिर्गी आयेगी चटाचट… चटाचट!

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