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हीना के बाद ओसामा : घुटने टेक रहा राजद !

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राजेश पाठक
07 सितम्बर 2024

Siwan : हीना शहाब फिर से राजद की हो गयीं! हालांकि, ऐसी कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है, पर बदली-बदली सी उनकी भाव-भंगिमा और दिशा परिवर्तित राजनीतिक गतिविधियां (Political Activities) इसकी तसदीक़ करती हैं. वैसे, राजनीति के लिए यह कोई हैरान करने वाली बात नहीं है. सीवान संसदीय क्षेत्र से निर्दलीय चुनाव लड़ने के दौरान उनके अभियान का जो रूख था उससे ऐसा ही कुछ संकेत मिल रहा था. ऐसा हर किसी ने महसूस किया कि पार्टी में अपनी उपेक्षा से खिन्न हीना शहाब (Heena Shahab) राजद उम्मीदवार अबधबिहारी चौधरी (Abad Bihari Chaudhary) के खिलाफ ताल तो ठोक रही थीं, पर विरोध में कुछ बोल नहीं रही थीं.

राजद विरोधियों को
उनकी यह राजनीति आम समझ से परे थी. वह सबको ‘अपना’ बता रही थीं. राजद (RJD) को भी और भाकपा- माले को भी. यही ‘अपना’ हार की बड़ी वजह बन गयी. हीना शहाब की इस ‘निरपेक्षता’ पर राजद विरोधियों को विश्वास नहीं जम पाया, मुंह की खा गयीं. संसदीय चुनाव (Parliamentary Elections) में उनकी यह लगातार तीसरी हार थी. विश्लेषकों की समझ में खुले तौर पर राजद को धिक्कारती-कोसतीं तो इस बार बाजी जरूर हाथ लग जाती. बड़ी सरलता से.

अलग कोई अस्तित्व नहीं
ऐसा माना जाता है कि राजद के खिलाफ आक्रामकता (Aggression) उन्होंने इसलिए नहीं दिखायी कि इस हकीकत को वह अच्छी तरह जानती व समझती हैं कि उनकी राजनीति (Politics) की धुरी राजद ही है. इससे अलग कोई अस्तित्व नहीं है. सीवान में निर्दलीय उम्मीदवार (Independent Candidate) के तौर पर हार के बाद यह धारणा और अधिक मजबूत हो गयी है. हार के कुछ समय बाद हीना शहाब की मुलाकात राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद और पार्टी के अघोषित सुप्रीमो तेजस्वी प्रसाद यादव (Tejashwi Prasad Yadav) से हुई. राजद के विधान पार्षद विनोद कुमार जायसवाल के आवास पर. पहल विधान पार्षद ने की‌ थी. फलाफल क्या निकला, नहीं मालूम.

करना पड़ेगा इंतजार
वैसे, राजद के सूत्रों के मुताबिक हीना शहाब को राज्यसभा की सदस्यता का आश्वासन मिला है. इसमें सच्चाई‌ है, तो इसके लिए उन्हें लम्बा इंतजार करना पड़ सकता है. 2026 में यह अवसर मिल सकता है, उससे पहले नहीं. बहरहाल, इससे जुड़ी महत्वपूर्ण खबर यह भी है कि बुधवार को हीना शहाब के पुत्र ओसामा शहाब (Osama Shahab) की मुलाकात तेजस्वी प्रसाद यादव से हुई. पहल संभवतः विधायक अबध बिहारी चौधरी ने की. इस लम्बी मुलाकात के बारे में बताया जाता है कि बात ओसामा शहाब को विधानसभा का चुनाव (Assembly Elections) लड़ाने पर हुई.


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दरौंदा या बड़हरिया से
वैसा हुआ, तो दरौंदा या बडहरिया से उन्हें राजद का उम्मीदवार बनाया जा सकता है. दरौंदा से अभी भाजपा के कर्णजीत सिंह उर्फ व्यास सिंह‌ विधायक हैं तो बडहरिया से राजद के बच्चा पांडेय. वैसे तो चुनाव में अभी वक्त है, पर ओसामा शहाब को उम्मीदवारी मिलने पर संभावना वैसी ही आंकी जा रही है जैसी सीवान संसदीय क्षेत्र (Siwan Parliamentary Constituency) के तीन चुनावों में हीना शहाब की हुई. इन सबके बीच ज्यादा संभावना (Possibility) इस बात‌ की है कि आमजन से हमेशा कटे – कटे रहने वाले‌ ओसामा शहाब चुनाव में उतरने का साहस शायद ही जुटा पायेंगे.

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