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जनकपुर रोड नगर परिषद : किसलय कुमार चिंटू की दावेदारी में है दम

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मदन मोहन ठाकुर
11 फरवरी, 2022

SITAMARHI : जिले की जनकपुर रोड (Janakpur Road) नगर पंचायत (Nagar Panchayat) अब जनकपुर रोड नगर परिषद (Nagar Parishad) के रूप में उत्क्रमित हो जायेगी. क्षेत्रफल विस्तारित कर 25 से 30 वार्डों के गठन की प्रक्रिया चल रही है. कार्यपालक पदाधिकारी अताउर रहमान (Ataur Rahman) की मानें तो मार्च (March) के प्रथम सप्ताह (First Week) में यह काम पूरा हो जायेगा. सबकुछ अपनी गति में हुआ तो, 8 मार्च 2022 को जनकपुर रोड नगर परिषद विधिवत अस्तित्व में आ जायेगी. उसके बाद चुनाव (Election) की प्रक्रिया शुरू होगी. नये नियम के अनुसार वार्ड पार्षदों के साथ-साथ नगर परिषद के सभापति (अध्यक्ष) का भी प्रत्यक्ष चुनाव होना है. यानी नगर परिषद क्षेत्र के मतदाता (Voters) ही सभापति (अध्यक्ष) चुनेंगे, निर्वाचित वार्ड पार्षद नहीं. जनकपुर रोड नगर परिषद के सभापति का पद सामान्य के लिए रहेगा या किसी वर्ग विशेष के लिए सुरक्षित हो जायेगा, इसका निर्धारण होना अभी शेष है. इसके बावजूद सभापति का पद पाने के लिए हर वर्ग में अनेक लोग सक्रिय हो गये हैं, मतदाताओं में अपनी पैठ बनाने लग गये हैं.

परिवार की है अलग पहचान
वैसे लोगों में पुपरी (Pupari) शहर के एक प्रतिष्ठित परिवार के किसलय कुमार चिंटू (Kislay Kumar Chintu) भी हैं. स्थानीय स्तर पर इनके परिवार की एक अलग पहचान है. स्थानीय लोगों के मुताबिक मतदाताओं में लंबे समय से स्वीकार्यता भी बनी हुई है. लक्ष्मी राइस मिल (Laxmi Rice Mill) के स्वामी सरयुग प्रसाद, वीरेन्द्र प्रसाद, राजेन्द्र प्रसाद, लालबिहारी प्रसाद एवं राम सहाय प्रसाद पांच भाइयों का संयुक्त परिवार व कारोबार था. किसलय कुमार चिंटू उसी परिवार से हैं. उक्त पांच भाइयों में राम सहाय प्रसाद जीवित हैं, शेष स्वर्ग सिधार गये हैं. अपने जमाने में सरयुग प्रसाद का खूब नाम था. बड़ा व्यवसाय तो था ही, वह मुखिया (Mukhiya) भी रहे हैं. गरीबों, असहायों एवं अन्य जरूरतमंद लोगों के सहृदय मददगार के रूप में भी लोग उन्हें याद करते हैं. उनके पुत्रों में डा. श्याम सुन्दर प्रसाद, शशिभूषण प्रसाद गुप्ता, राजकुमार गुप्ता एवं प्रेम गुप्ता अलग-अलग व्यवसाय, चिकित्सा व समाजसेवा के क्षेत्र में नाम कमा रहे हैं.

अपूरणीय क्षति
शशिभूषण प्रसाद गुप्ता (Shashibhushan Prasad Gupta) के असामयिक निधन से पुपरी को अपूरणीय क्षति हुई. वह पिता सरयुग प्रसाद (Saryug Prasad) की विरासत बखूबी संभाल रहे थे. झझिहट (JhaJhihat) ग्राम पंचायत के वह मुखिया रहे. बाद में पुपरी के प्रखंड उपप्रमुख और प्रखंड प्रमुख भी बने. राजनीतिक नेताओं से भी उनके गहरे संबंध रहे हैं. समाजवादी पार्टी (Samajvadi Party) के पूर्व अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav), पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी (Jitanram Manjhi), पूर्व मंत्री शाहिद अली खान (Shahid Ali Khan) आदि से निकटता की चर्चा क्षेत्रीय लोग अब भी करते हैं. शशिभूषण प्रसाद गुप्ता के निधन के बाद झझिहट ग्राम पंचायत के मुखिया पद की जिम्मेवारी उनकी पत्नी राजकुमारी गुप्ता (Rajkumari Gupta) को मिली. वह मुखिया संघ की अध्यक्ष भी रहीं.


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खुद की भी है हैसियत
झझिहट ग्राम पंचायत का विलय अब जनकपुर रोड नगर परिषद में हो गया है. मुखिया पद के चुनाव में किसलय कुमार चिंटू अपनी मां राजकुमारी गुप्ता (Rajkumari Gupta) का चुनाव प्रबंधन संभालते थे. वैसे, उन्होंने अपनी भी राजनीतिक हैसियत बना रखी है. पिता की तरह समाजसेवा के क्षेत्र में भी उनकी गहन सक्रियता है. पारिवारिक दायित्व का भी वह अनुकरणीय निर्वहन कर रहे हैं. स्थानीय राजनीति में उनका जुड़ाव फिलहाल क्षेत्रीय जदयू विधायक दिलीप राय (Dilip Ray) से है. वैसे, दूसरे दलों के नेताओं से भी रिश्ते मधुर हैं. इनके व्यक्तित्व और सामाजिक कार्यों में सराहनीय सक्रियता को दृष्टिगत रख यह कहा जा सकता है कि जनकपुर रोड नगर परिषद के सभापति (अध्यक्ष) पद के यह योग्य उम्मीदवार साबित हो सकते हैं. सबकुछ अनुकूल रहा तो, किला फतह कर लेने में इन्हें शायद ही कोई अतिरिक्त परेशानी होगी.

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