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मोकामा टाल : आईओसी ने बिगाड़ दिया हजारों किसानों का भविष्य!

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रविशंकर शर्मा
02 दिसम्बर, 2022

MOKAMA (PATNA) : दलहन उत्पादन के लिए विख्यात मोकामा टाल क्षेत्र में अब अन्न की जगह ज्यादा ‘दुर्भाग्य’ ही उपजने लगा है. इसका मुख्य कारण जलजमाव का लगभग स्थायी समस्या बन जाना माना जा रहा है. टाल क्षेत्र की कृषि प्रकृति के रुख पर आश्रित रहती है. मौसम अनुकूल रहा, समय पर आवश्यकता के अनुरूप वर्षा हुई तो फिर क्षेत्रीय किसानों की कोठियां खुशियों से भर जाती हैं. मौसम का मिजाज बिगड़ने पर क्या होता होगा इसका सहज अनुमान लगाया जा सकता है.

पाइप लाइन ने बढ़ा दी पीड़ा
यह तो रही प्रकृति और मौसम की बात, जो इस साल करीब-करीब मेहरबान रहा. लेकिन, किसानों की मुश्किलें कम नहीं हुईं. जाने-अनजाने इंडियन ऑयल कारपोरेशन (IOC) इन मुश्किलों का वाहक बन गयी. सीधे तौर पर तो नहीं, उसके द्वारा बिछायी गयी पाइप लाइन ने किसानों की पीड़ा कुछ अधिक बढ़ा दी है. इस बार इसी पाइप लाइन (Pipe Line) की वजह से टाल क्षेत्र में जलजमाव हो गया है, ऐसा वहां के किसानों का कहना है.

नहीं हो पायी है बुआई
टाल क्षेत्र में आमतौर पर नवम्बर (November) बीतते-बीतते फसलों की बुआई का काम पूरा हो जाता था. आईओसी (IOC) की चूक जनित जलजमाव से इस साल लगभग तीस हजार बीघा जमीन में बुआई नहीं हो पायी है. इससे स्थानीय किसान (Farmer) खासे परेशान हैं. उन्हें कोई उपाय नहीं सूझ रहा है. प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष तकरीबन पांच लाख लोगों के समक्ष गंभीर संकट पैदा हो गया है. समस्या यह है कि आईओसी द्वारा बिछायी गयी बरौनी-हल्दिया (Barauni-Haldiya) पाइप लाइन के ऊपर 3 से 4 फीट की ऊंचाई में मिट्टी जमा हो गयी है. इससे जल का बहाव बाधित हो गया है.

अधिकारी ने भी स्वीकारा
मोकामा (Mokama) प्रखंड क्षेत्र के औंटा की टाल विकास समिति (Tal Vikash Samiti) ने किसानों के समय अप्रत्याशित रूप से पैदा हुई इस समस्या से आईओसी को अवगत कराया. स्थल निरीक्षण के लिए आईओसी के अधिकारी (Officer) आये. निरीक्षण के क्रम में उस अधिकारी ने भी यह महसूस किया कि पाइप लाइन बिछाने के समय चूक हुई. इसी कारण जलजमाव (Water Longing) की स्थिति पैदा हुई है.


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मुआवजे की मांग
औंटा टाल विकास समिति के सचिव रमेश चन्द्र सिन्हा (Ramesh Chandra Sinha) ने आईओसी से मुआवजे की मांग की है. भविष्य में इसका दुहराव नहीं हो, इसके लिए पाइप लाइन के ऊपर जमी मिट्टी को हटाने का सुझाव दिया है. ऐसा बताया जाता है कि टाल क्षेत्र के किसान (Farmer) जलजमाव की समस्या से वर्षों से जूझ रहे हैं. न तो स्थानीय नेता और न टाल क्षेत्र की समस्याओं को मुद्दा बना राजनीति चमकाने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) इस ओर ध्यान दे रहे हैं.

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