तापमान लाइव

ऑनलाइन न्यूज़ पोर्टल

करतूत गोपाल मंडल की, फजीहत झेल रहा जद(यू)!

शेयर करें:

विशेष संवाददाता
03 सितम्बर, 2021

Patna : विधायक नरेंद्र कुमार नीरज उर्फ गोपाल मंडल (Gopal Mandal) अपनी करतूतों और बड़बोलेपन से JDU नेतृत्व के लिए परेशानी का सबब बन गये हैं. सप्ताह भर पहले उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद (Deputy CM Tarkishor Prasad) के खिलाफ अनर्गल बातें कर उन्होंने पार्टी नेतृत्व की मुश्किलें बढ़ा दी थी.

वह मामला ठंडा भी नहीं पड़ा कि उनकी एक और शर्मनाक करतूत सुर्खियों में आ गयी. इससे जद(यू) को राष्ट्रीय स्तर पर भारी फजीहत झेलनी पड़ रही है.

घूमने लगे बनियान व जांघिया में
गोपाल मंडल पटना से दिल्ली जाने वाली तेजस राजधानी एक्सप्रेस में यात्रा कर रहे थे. अचानक बनियान और जांघिया में घूमते नजर आने लगे. इस पर कोच में मौजूद दूसरे यात्री जहानाबाद के प्रहलाद पासवान ने आपत्ति जतायी तो कथित रूप से उसके साथ उलझ गये. उन्हें अपशब्द कहने लग गये. प्रहलाद पासवान परिवार के साथ थे.

रेल थाने में प्राथमिकी
रेल अधिकारियों ने मामले को तत्काल शांत करा दिया, पर प्रहलाद पासवान ने गोपाल मंडल के खिलाफ रेल पुलिस में प्राथमिकी दर्ज करा दी है. उसमें जाति सूचक शब्दों के इस्तेमाल का भी आरोप है. मामले को तूल पकड़ते देख गोपाल मंडल ने सफाई दी कि उनका पेट खराब था. इसलिए बनियान और जांघिया में थे.

सरफराज ने भी की थी ऐसी हरकत
ऐसी ही कुछ अशोभनीय हरकत की थी पूर्व सांसद सरफराज आलम (Sarfaraj Alam) ने. 17 जनवरी 2016 को गुवाहाटी से नयी दिल्ली जा रही डिब्रूगढ़ राजधानी एक्सप्रेस में. उस वक्त वह JDU के विधायक थे. तकरीबन दो माह पूर्व ही पुश्तैनी क्षेत्र जोकीहाट से जीत कर आये थे.

सरफराज हैं तसलीम उद्दीन के पुत्र
राज्य में जद(यू) की सहभागिता वाले महागठबंधन की सरकार थी. नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री थे. शराबबंदी तब लागू नहीं हुई थी. सीमांचल के गांधी माने जाने वाले दिवंगत पूर्व मंत्री तसलीम उद्दीन (Taslim Uddin) के पुत्र सरफराज आलम (Sarfaraj Alam) पर यात्रा के दौरान शराब के नशे में एक दम्पति के साथ अभद्रता का आरोप लगा.

नजर जद(यू) नेतृत्व पर
मामला थाने में पहुंचा. सरफराज आलम की गिरफ्तारी हुई. थाने से जमानत मिल गयी. तीन-चार दिन बाद नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के निर्देश पर उन्हें JDU से निलंबित कर दिया गया. जद(यू) नेतृत्व गोपाल मंडल के खिलाफ कब और कौन सी कार्रवाई करती है, करती भी है या नहीं, इस पर तमाम लोगों की नजर टिकी है.

प्रहलाद पासवान द्वारा दर्ज करायी गयी प्राथमिकी के आलोक में रेल पुलिस की कार्रवाई पर भी. क्या होता है क्या नहीं, यह भविष्य की बात है, फिलहाल गोपाल मंडल भारी मुश्किलों में तो घिरे हैं ही.

अपनी राय दें