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अनुशासनहीन हैं ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलसचिव!

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विजयशंकर पांडेय
28 दिसम्बर, 2021

DARBHANGA : यह किसी शिक्षक या छात्र नेता का आरोप नहीं है. बिहार सरकार (Bihar Sarkar) के शिक्षा विभाग का मंतव्य है. ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा (Lalit Narayan Mithila University, Darbhanga) के कुलसचिव डा. मुश्ताक अहमद (Dr. Mustaque Ahmad) अनुशासनहीन एवं स्वेच्छाचारी हैं. डा. मुश्ताक अहमद पर ऐसे गंभीर आरोप पहले भी लगते रहे हैं. शिक्षा विभाग ने उन आरोपों की पुष्टि कर दी है.

डा. मुश्ताक अहमद के मिल्लत कालेज (Millat College) में प्राचार्य (Principal) रहने के दौरान हुई अनियमितता को लेकर उनके खिलाफ एकाध मामले में प्राथमिकी भी दर्ज हुई है. उच्च शिक्षा निदेशक मनोज कुमार (Manoj Kumar) ने मंगलवार को डा. मुश्ताक अहमद के खिलाफ उक्त टिप्पणी करते हुए आदेश जारी किया है कि संबद्ध मामले के निष्पादन तक कुलसचिव का वेतन भुगतान रोक दिया जाये. मामला जेएमडीपीएल कालेज, मधुबनी के फारसी विभाग के प्राध्यापक डा. अताउर रहमान का वेतन अवरुद्ध करने से संबंधित है.

मिल्लत कालेज में बर्सर रहे अताउर रहमान (Ataur Rahman) ने इस आशय की शिकायत शिक्षा विभाग से की थी. विभाग ने कुलसचिव डा. मुश्ताक अहमद से स्पष्टीकरण पूछा था. स्पष्टीकरण की समीक्षा में विभाग ने पाया कि कुलसचिव द्वारा कई तथ्यों को छुपाया गया है एवं संबद्ध अभिलेखों में छेड़छाड़ की गयी है, जो अत्यंत ही गंभीर मामला है. विभाग ने इस छेड़छाड़ को ही अनुशासनहीनता एवं स्वेच्छाचारिता माना है. इसके साथ ही कुलसचिव, वित्त पदाधिकारी एवं वित्त परामर्शी को 4 जनवरी, 2022 को संबंधित प्रतिवेदन विभाग को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है.

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