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मुजफ्फरपुर : मुंह दिखाने लायक भी नहीं रही भाजपा!

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अक्षय आकाश
20 जून, 2022

MUZAFFARPUR : यह विश्व की सबसे बड़ी कैडर आधारित पार्टी का बड़ा जलसा था. नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) सरकार के आठ साल (Eight Year) पूरा होने के उपलक्ष्य में 14 जून 2022 को मुजफ्फरपुर के एमआईटी मैदान में गरीब कल्याण जनसभा आयोजित थी. ‘आठ साल बेमिसाल’ के जुमले पर भारी भीड़ जुटाने की दावेदारी थी. मंत्री, सांसद और विधायक से लेकर मंडलों के पदाधिकारी तक, इस जलसे की तैयारी में जुटे थे. जब बहुप्रचारित जलसे का दिन आया तो अनुमान था कि शहर से लेकर गांवों तक से आये गरीबों से सभास्थल खचाखच भर जायेगा. निर्धारित समय पर केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री गिरिराज सिंह, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, बिहार के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन, राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री रामसूरत राय, पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राधामोहन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल, सांसद अजय निषाद एवं पूर्व मंत्री सुरेश शर्मा … देखते-देखते लंबा-चौड़ा मंच इन नेताओं से खचाखच भर गया.

गरीब कल्याण सभा में गरीब ही नहीं
चश्मा साफ करने के बावजूद व्यापक जनाधार वाले नेताओं को सामने पंडाल में गरीबों का चेहरा नजर नहीं आया. सामने अगली कुछ कतारों को छोड़कर पीछे की तमाम कुर्सियां खाली रह गयीं. देखने वालों ने कहा-एमआईटी ग्राउंड (MIT Ground) में आजतक ऐसा भोंडा प्रदर्शन कभी किसी पार्टी का नहीं हुआ. आगे की जो कुर्सियां भरी थीं, उनपर मंत्री रामसूरत राय व सांसद अजय निषाद (Ajay Nishad) के साथ आए कुछ दर्जन समर्थक, गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) फैंस क्लब के सदस्य, शाहनवाज हुसैन (Shahnawaj Husain) के चाहने वाले नजर आ रहे थे. जिला भाजपा के अधिकांश पदाधिकारी मंच पर थे और सामने पंडाल में शहरी क्षेत्र के इक्के-दुक्के भाजपाई. निगम पार्षद केपी पप्पू ने कहा – ‘मुझे निमंत्रण नहीं था, मैं तो शाहनवाज हुसैन की वजह से गया.’ भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश प्रवक्ता राजकुमार पासवान (Rajkimar Paswan) ने कहा कि उनके मोबाइल पर गिरिराज सिंह के कार्यक्रम की सूचना आ गयी थी.

सभास्थल पर खली पड़ी कुर्सियां.

कार्यकर्त्ता भी रहे दूर
पार्टी का धर्म निभाते हुए वरिष्ठ नेता डा. अशोक शर्मा, पूर्व जिलाध्यक्ष अरविंद कुमार सिंह, पूर्व महामंत्री रंजन साहू और केशव कुमार चौबे जैसे नेता भी नजर आये. वे जनता जनार्दन ही हैं, जो कहीं नजर नहीं आये. गरीब कल्याण जनसभा (Garib Kalyan Jansabha) में आम आदमी या कार्यकर्ता नहीं भी आये तो सवाल उठ रहा है कि नामधारी-पदधारी नेता कहां थे? भाजपा (BJP) की जिला कार्यसमिति में 156 सदस्य हैं और विशेष आमंत्रित सदस्य को जोड़ कर यह संख्या 200 पार करती है. इसके अलावा दर्जन भर मंच-मोर्चा संगठन व प्रकोष्ठ के नेता सालों भर जिला मुख्यालय से लेकर प्रखंडों तक अखबार में बयानबाजी करते हैं. शक्ति केंद्रों और पंचायत कमेटी को भी छोड़िये, अगर 41 मंडलों की कार्यकारिणी से 11-11 सदस्य भी आ जाते तो हजार कुर्सियों को भरना मुश्किल टास्क नहीं था. अगर एक मंत्री और तीन विधायक भी दो-दो बस कार्यकर्ता ले आते तो पार्टी की मिट्टी पलीद नहीं होती.

दीवार पर लिखी इबारत नहीं पढ़ते
जब कोई दल सत्ता में आता है तो उसे दीवार पर लिखी इबारत पढ़ने की फुर्सत नहीं होती है. हालांकि, मुजफ्फरपुर के भाजपाई और गैरभाजपाई चीख-चीखकर इबारतों को दोहरा रहे हैं, लेकिन कुर्सी पर बैठे लोग बहरे हैं. सवाल उठता है कि क्या भिखू भाई दलसानिया (Bhikhu Bhai Dalsaniya) मुजफ्फरपुर के फ्लॉप शो से सबक लेंगे? इसकी उम्मीद कम लग रही है, क्योंकि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय (Nityanand Ray) और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष संजय जायसवाल (Sanjay Jaiswal) की जोड़ी उन्हें सच्चाई से दूर रखने में कसर नहीं छोड़ेगी. ठीक उसी तरह जैसे बोचहा उप चुनाव के परिणाम की निष्पक्ष एवं पारदर्शी समीक्षा नहीं होने दी गयी.


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प्रधानमंत्री की लोकप्रियता में कमी नहीं
पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष रवीन्द्र प्रभात सिंह (Ravindra Prabhat Singh) कहते हैं कि भयानक गर्मी की वजह से अपेक्षित संख्या में लोग नहीं आये. डा. अशोक शर्मा (Dr. Ashok Sharma) कहते हैं कि अत्यधिक गर्मी की वजह से मैदान के किनारे पेड़ों के नीचे भीड़ जमी थी. इसे प्रधानमंत्री की लोकप्रियता से नहीं जोड़ना चाहिए. जनता समझती है कि नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में भारत आज उस मुकाम पर पहुंच गया है, जहां चीन-पाकिस्तान जैसे पड़ोसी या दुनिया की बड़ी ताकतें हम पर आंख उठाकर नहीं देख सकती हैं. वरिष्ठ भाजपा नेता देवीलाल (Devilal) कहते हैं कि प्रधानमंत्री की लोकप्रियता में कोई कमी नहीं आयी है. डरें वे, जिनसे जनता ऊब चुकी है. उन्होंने दो टूक कहा – ‘14 जून की फ्लॉप जनसभा से तय हो गया है कि मुजफ्फरपुर में अजय निषाद (Ajay Nishad) का चेहरा नहीं चलेगा.’

जमीनी कार्यकर्ताओं की नब्ज टटोलनी होगी
जिला भाजपा के एक पूर्व महामंत्री ने कहा – ‘बिहार भाजपा के संगठन महामंत्री भिखू भाई दलसानिया को मंत्री-सांसद एवं विधायकों की घेराबंदी से निकल कर जमीनी कार्यकर्ताओं की नब्ज टटोलनी पड़ेगी.’ जिला प्रभारी रमेश श्रीवास्तव (Ramesh Srivastava) को अखबार में नाम छपने की खुशी का त्याग करते हुए पिछलग्गू के बजाय प्रेरक, संयोजक और निष्पक्ष पर्यवेक्षक की भूमिका निभानी पड़ेगी. जिले भर में भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच रोग व निवारण के विषय पर चर्चाओं का बाजार गर्म है.

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