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एक बार इधर भी नजर फेरिये कुशवाहा जी!

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अंजुम परवेज़
05 जुलाई 2023
Mahnar : नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की सरकार की भ्रष्टाचार के मामले में ज़ीरो टारलेन्स की नीति के तहत जब गंगा नदी पर बन रहा पुल ध्वस्त हो गया तो फिर इस छोटी – सी सड़क की विदीर्णता की क्या बिसात! तब भी आम आवाम की जानकारी के लिए चर्चा जरूरी है. बात महनार बाजार की एक सड़क की है. महनार वैशाली (Vaishali) जिले का एक अनुमंडल मुख्यालय है. प्रदेश जदयू (JDU) के अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा (Umesh Singh Kushwaha) तब महनार के विधायक हुआ करते थे. 2020 में उनकी अनुशंसा पर महनार बाजार की सब्जी मंडी से लेकर दूबे जी के क्लिनिक तक सड़क की ढलाई हुई.

यही है वह सड़क !

लम्बाई में अनियमितता
पहले तो अनियमितता सड़क की लम्बाई में हुई. संबद्ध कागजात में सड़क की‌ ढलाई पटेल चौक तक अंकित है. पर, हकीकत में पटेल चौक से लगभग तीन सौ मीटर पहले तक ही ढलाई हुई है. इसमें क्या खेल हुआ, यह जाँच के बाद ही पता चल पायेगा. वर्तमान में स्थिति यह है कि सड़क की ढलाई के बाद बेवफा सनम की तरह गिट्टी ने सीमेंट व बालू का साथ छोड़ दिया है. फलत: हेमा मालिनी (Hema Malini) के गाल सरीखी सड़क ओमपुरी के गाल जैसी हो गयी है. यानी गड्ढे ही गड्ढे उभर आये हैं.


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हैरानी की बात यह भी
नियम के मुताबिक़ नवनिर्मित सड़क का 5 साल तक रख रखाव सम्बंधित संवेदक को करना है. सड़क की ढलाई के तीन साल से अधिक हो गये, निर्माण के बाद संवेदक ने कभी इस ओर मुड़ कर देखा तक नहीं है. संबद्ध अभियंता की तो बात ही छोड़ दीजिए. हैरान करने वाली बात यह कि इस सड़क में कई नेताओं के भी घर हैं. कोई भाजपा (BJP) से जुड़ा है तो कोई जदयू से. किसी ने इस पर आवाज नहीं उठायी है. आश्चर्यजनक ढंग से पूर्व विधायक उमेश सिंह कुशवाहा भी मौन हैं.

मतलब किसी को नहीं
महनार नगर परिषद के हालिया संपन्न चुनाव में इस वार्ड से भाजपा के ‌‌‌‌‌‌‌‌‌युवा नेता किशन शर्मा (Kishan Sharma) की जीत हुई है. लोगों को उनसे काफी उम्मीद है. पर, इस सड़क के मामले में वह भी कोई त्वरित गंभीरता नहीं दिखा रहे हैं. वीणा देवी (Veena Devi) अभी महनार से राजद की विधायक हैं. उन्हें इस बदहाली की जानकारी है या नहीं, यह नहीं मालूम. लब्बोलुआब यह कि जनता के दर्द और सरकारी कार्य में ‌‌अनियमितता पर ध्यान किसी को नहीं है.

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