सीतामढ़ी : श्रीनारायण सिंह ने फिर दिखायी अपनी ताकत
मदन मोहन ठाकुर
14 जनवरी 2024
Sitamarhi : सीतामढ़ी जिला परिषद (Zila Parishad) की अध्यक्ष अदिति कुमारी (Aditi Kumari) एवं उपाध्यक्ष संझा देवी (Sanjha Devi) पर लगे आरोपों और उनके खिलाफ पेश अविश्वास प्रस्ताव (No confidence motion) की ऐसी धज्जियां उड़ेगी, किसी को इसका अंदाज नहीं था. अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा एवं मतदान के लिए गुरुवार को आयोजित जिला परिषद की विशेष बैठक में उपस्थित 38 जिला पार्षदों में से 31 ने उक्त आरोपों और अविश्वास के प्रस्ताव को खारिज कर दिया. इस अप्रत्याशित परिणाम से विपक्षी जिला पार्षदों की नेता उमा देवी (Uma Devi) की क्या स्थिति हुई होगी, इसको आसानी से समझा जा सकता है. प्रतिष्ठा बचाने के लिए वह बैठक से वाकआउट करने को बाध्य हो गयीं.
मुंह की खा गये थे कई धुरंधर
यह जीत उपाध्यक्ष संझा देवी के पति तिलकताजपुर निवासी समाजसेवी श्रीनारायण सिंह (Shreenarayan Singh) की कूट कौशल और कुशल प्रबंधन का सुफल है. उन्होंने दो साल पहले जिला परिषद के चुनाव में अध्यक्ष पद पर अदिति कुमारी और उपाध्यक्ष पद पर संझा देवी को काबिज कराने के लिए ऐसी ही रणनीति अपनायी थी जिसमें अप्रत्यक्ष रूप से स्थानीय कई सियासी धुरंधर मुंह की खा गये थे. पहले चुनाव और फिर अविश्वास प्रस्ताव में मिली अकल्पित कामयाबी ने स्थानीय स्तर पर श्रीनारायण सिंह को एक बड़ी राजनीतिक हस्ती के रूप में उभार दिया है. ऐसी कि वह विधानसभा की बात छोड़िये, सीधे लोकसभा के चुनाव में हाथ आजमाने को तैयार हैं.
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मोड़ देंगे परिणाम का रुख
विश्लेषकों की समझ है कि वह किसी दल के उम्मीदवार के रूप में या फिर निर्दलीय ही 2024 के संसदीय चुनाव के मैदान में उतर जाते हैं तो फिर परिणाम के रूख को मोड़ दे सकते हैं. ऐसा इसलिए भी कि उन्हें कथित रूप से 31 वैसे जिला पार्षदों का समर्थन हासिल है जो उनकी जीत के लिए अपनी पूरी ताकत लगा दे सकते हैं. वैसे, क्षेत्र में उनका खुद का भी जनाधार मजबूत है. उनकी पत्नी संझा देवी रून्नीसैदपुर के उस जिला परिषद निर्वाचन क्षेत्र से विजयी हुई हैं जहां से इन्द्राणी राय (Indrani Roy) चुनाव जीतती थीं. दिग्गज नेता लालबाबू राय (Lalbabu Rai) की पत्नी इन्द्राणी राय जिला परिषद की अध्यक्ष रह चुकी हैं.
मुकाबला रेखा कुमारी से
जिला परिषद के चुनाव में संझा देवी को सभी वर्गों के मत मिले. अध्यक्ष का पद महिला (अतिपिछड़ा वर्ग) के लिए सुरक्षित था. इसलिए श्रीनारायण सिंह ने अदिति कुमारी का साथ दिया और उपाध्यक्ष पद पर पत्नी संझा देवी को विराजमान करा दिया. उपाध्यक्ष पद के चुनाव में संझा देवी का मुकाबला उस रेखा कुमारी से हुआ था जो बाद के दिनों में सीतामढ़ी-शिवहर स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र से विधान पार्षद चुनी गयीं. उपाध्यक्ष के चुनाव में स्थानीय कई प्रभावशाली नेता रेखा कुमारी (Rekha Kumari) के साथ थे. लेकिन, किसी का कुछ नहीं चल पाया. इस लिहाज से श्रीनारायण सिंह की रणनीति को काफी महत्व मिला.
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