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तरारी : पिता खारिज… पुत्र को मिलेगी उम्मीदवारी !

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सत्येन्द्र मिश्र

22 अगस्त 2024

Patna : अब यह बिल्कुल साफ हो गया है कि तरारी विधानसभा क्षेत्र (Tarari Assembly Constituency) के उपचुनाव में एनडीए का उम्मीदवार भाजपा का होगा. कौन होगा इसका संकेत तो मिल गया है, पर इस बाबत कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है. कई तरह की चर्चाओं और आशंकाओं के बीच पूर्व विधायक सुनील पांडेय (Sunil Pandey) रविवार की सुबह भाजपा में शामिल हो गये. अकेले नहीं, पुत्र विशाल प्रशांत के साथ. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डा. दिलीप जायसवाल ने पिता – पुत्र दोनों को पार्टी की सदस्यता दिलायी. प्रदेश भाजपा कार्यालय में आयोजित मिलन समारोह में डा. दिलीप जायसवाल (Dr. Dilip Jaiswal) के अलावा अन्य किसी ‌‌बड़े नेता की मौजूदगी नहीं दिखी. यह हैरान करने वाली बात रही.

नहीं चाहती थी भूमिहार लाबी
16 अगस्त को भाजपा में शामिल होने की तारीख के टल जाने, अचानक 18 अगस्त की तारीख तय होने और मिलन समारोह में दूसरे किसी बड़े नेता के शामिल नहीं होने से इस आशंका को बल मिला कि कहीं न कहीं कोई गंभीर बात है. इस संदर्भ में कोई खुलकर तो कुछ नहीं बोल रहा है, पर पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक नेताओं का एक बड़ा तबका इस मिलन के विरोध में था. विशेष कर भूमिहार लाबी नहीं चाहती थी कि सुनील पांडेय की भाजपा (BJP) में आमद हो. तर्क दागदार अतीत था.

बन गये भाजपा का हिस्सा
वह अतीत भाजपा कार्यालय के समीप लगे मिलन समारोह से संबंधित होर्डिंग में हैंडबिल के रूप में चिपका भी दिखा. जो हो, सुनील पांडेय भाजपा का हिस्सा बन गये. पर, उम्मीदवारी मिलेगी, इस पर संशय बना हुआ है. उसी को दृष्टिगत रख पुत्र विशाल प्रशांत को भी भाजपा में शामिल कराया गया है. सुनील पांडेय के निकट के लोगों का कहना है कि आज की तारीख में भी वह खुद चुनाव लड़ने पर आमादा हैं. भाजपा नेतृत्व उनके पुत्र विशाल प्रशांत या फिर पत्नी गीता पांडेय को उम्मीदवार (Candidate) बनाना चाहता है. डा. दिलीप जायसवाल ने इस आशय का संकेत (Signal) मिलन समारोह में भी दिया.


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अध्याय समाप्त
विश्लेषकों की मानें तो भाजपा नेतृत्व (Leadership) अपने इस रूख पर कायम रहा तो सुनील पांडेय के पुत्र विशाल प्रशांत को उम्मीदवारी मिल सकती है. क्या होता है क्या नहीं, यह वक्त बतायेगा. बहरहाल, सुनील पांडेय और उनके पुत्र विशाल प्रशांत (Vishal Prashant) के पार्टी में शामिल हो जाने के बाद 2020 में तरारी से भाजपा के उम्मीदवार रहे कौशल कुमार विद्यार्थी का अध्याय समाप्त माना जा सकता है.

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