पंचायत चुनाव : एक अलग तूफान खड़ा है करजान में!
राजेश कुमार
17 अक्तूबर, 2021
BARH. अथमलगोला प्रखंड की करजान पंचायत की राजनीति में एक अलग तरह का तूफान खड़ा हो गया है. इसका मूल कारण जाने-माने समाजसेवी अनंत कुमार और उनके पुत्र अंबुज कुमार की जोरदार दखलअंदाजी को माना जा रहा है. दोनों पिता-पुत्र कोरोना की पहली लहर से ही साबुन, मास्क, सैनिटाइजर, खाद्यान्न आदि वितरण करने से लेकर वैक्सीनेशन तक में पंचायतवासियों को जागरूक करने में कमर कसकर डटे हुए हैं.
इन कार्यों की कमान अनंत कुमार की पुत्रवधू आरती कुमारी के हाथों में है, जो इस बार करजान पंचायत से मुखिया पद की भावी प्रत्याशी हैं. पंचायत की सत्ता पर काबिज होने की दौड़ में पूरी ताकत के साथ शामिल हैं. वह पिछले दो साल से करजान पंचायत की सामाजिक-राजनीतिक गतिविधियों में सक्रिय हैं.
विजयादशमी को किया ऐलान
चर्चा है कि समर्थकों का एक बड़ा वर्ग उनके साथ है. करजान निवासी बिजेन्द्र सिंह का दावा है कि इस पंचायत की जनता इस बार बदलाव के मूड में है. पंचायत के अधिसंख्य लोग आरती कुमारी के पक्ष में खड़े दिख रहे हैं.
विजयादशमी के पावन मौके पर यानी 15 अक्टूबर,2021 को आरती कुमारी ने अपने सैंकड़ों समर्थकों के साथ पूजा-अर्चना कर चुनावी महासंग्राम में उतरने का ऐलान किया. इस मौके पर उन्होंने बचे-खुचे लोगों को कोविड-19 वैक्सीनेशन कराने की अपील की.
करजान में कब क्या हुआ
2016 के पंचायत चुनाव में पूर्व मुखिया शिवशंकर सिंह की पत्नी सुनीता देवी ने जीत का परचम लहराया. 2011 में अलख निरंजन सिंह ने कब्जा जमाया. 2016 में यह सीट सामान्य महिला के लिए सुरक्षित हो गयी. तब अलख निरंजन सिंह ने अपनी पत्नी को मैदान में उतारा, लेकिन किस्मत का साथ नहीं मिला. उधर, 2016 में ही बेटी-संवासिन का मुद्दा उछाल कर विरोधियों ने अनंत कुमार की पुत्री कुमारी वसुन्धरा का बना बनाया खेल भी बिगाड़ दिया.
इस बार हालात बदले-बदले से दिख रहे हैं. आरती कुमारी ने विरोधियों को घेरने के लिए पूरी तैयारी कर रखी है. चुनावी डगर पर फूंक-फूंक कर कदम रख रही हैं. चुनाव को लेकर आरती कुमारी के समर्थकों में उत्साह उफन रहा है. विरोधियों के लिए वे इस बार कोई मौका छोड़ना नहीं चाहते हैं.