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पूर्णिया : अतिक्रमण ही नहीं, अकड़ भी हो रही ध्वस्त

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अशोक कुमार
01 दिसम्बर, 2022

PURNEA : सरकारी जमीन पर कब्जा कभी स्थायी नहीं होता. सरकार (Government) को जरूरत हो या नहीं, आज न कल उस पर प्रशासन का हथौड़ा चलता ही है. कब्जा करने वालों को जमीन छोड़कर भागना ही पड़ता है. अकड़ दिखाने पर प्रशासन भगा देता है. वर्तमान में पूर्णिया को ऐसा ही अनुभव मिल रहा है. सिर्फ पांच (Five) माह पूर्व जिलाधिकारी (District Magistrate) का पद संभालने वाले सुहर्ष भगत (Suharsh Bhagat) शहर के अतिक्रमणकारियों एवं भू-माफियाओं पर इस कदर कहर ढा देंगे, इसकी शायद ही किसी ने कल्पना की होगी. सरकारी जमीन पर छोटे-बड़े अतिक्रमण कर रखे अकड़ वाले तथाकथित रसूखदारों को इसका थोड़ा भी भान नहीं रहा होगा कि प्रशासन का हाथ उनके भी गिरेबां तक पहुंच जायेगा.

हर कोई है चकित
जिलाधिकारी सुहर्ष भगत और पूर्णिया नगर निगम (Nagar Nigam) के नगर आयुक्त आरिफ हसन (Arif Hasan) की अतिक्रमण विरोधी सघन कार्रवाई का बेखौफ क्रम जारी रहने से हर कोई चकित है. प्रशासन का बुलडोजर (Bulldozer) कोई ज्यादा पक्षपात नहीं कर रहा है. सभी तरह के अतिक्रमणकारियों को चिन्ह्ति कर नोटिस दी जा रही है. नियत समय के अंदर अतिक्रमण हटा लेने को कहा जा रहा है. अनुपालन नहीं होने पर भारी जुर्माने के साथ बुलडोजर हरकत में आ जा रहा है. जिला प्रशासन और नगर निगम का मकसद पूर्णिया शहर (Town) की सूरत संवारना है. सड़कों पर अतिक्रमण (Encroachment) और नदी-नालों एवं खाली सरकारी जमीनों पर से अवैध कब्जा हटाये बिना ऐसा संभव नहीं है.

ऐसे चल रहा अतिक्रमण विरोधी अभियान.

रसूखदारों ने उड़ाया था माखौल
जिला प्रशासन और नगर निगम का इस तरह का अभियान शुरू हुआ तो रसूखदार अतिक्रमणकारियों ने ‘दो-चार दिनों का तमाशा’ बता इसका माखौल उड़ाया. आमलोगों को भी लगा कि सत्तारूढ़ दल के नेताओं का दबाव पड़ेगा और अभियान टांय-टांय फिस्स हो जायेगा. लेकिन, अभी तक वैसा कुछ नहीं हुआ. अभियान अपनी रफ्तार में है. इसकी चपेट में शहर के बड़े-बड़े लोग आ रहे हैं. यह अभियान किसी खास मुहल्ले में नहीं, शहर में चतुर्दिक चलाया जा रहा है. मरंगा-हरदा से गुलाबबाग-जीरो माइल तक की सड़कें और सरकारी जमीनें अतिक्रमणकारियों के चंगुल से निकाली जा रही हैं.

विकसित होगा जीरो माइल
जिलाधिकारी सुहर्ष भगत के मुताबिक जिला प्रशासन (District Administration) ने गुलाबबाग जीरो माइल को विकसित कर आकर्षक रूप देने की योजना बनायी है. वहां ट्रैफिक (Trafic) लाइट के साथ-साथ साइड लेन कामर्शियल होगा. गुलाबबाग मंडी की बायपास तरफ वाली सड़क को व्यवस्थित किया जायेगा. बायपास (Bypas) रोड के डेढ़ किलोमीटर के दायरे में पार्किंग जोन रहेगा. इसी तरह 12 एकड़ के क्षेत्रफल वाले बस स्टैंड और उसके सामने स्थित विकास बाजार (Market) का भी सौन्दर्यीकरण किया जायेगा. इसके अलावा सौरा नदी में नौकायन की व्यवस्था समेत और भी ढेर सारी योजनाएं हैं.


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नामचीन हस्तियों को दी गयी नोटिस
उन योजनाओं को कार्यरूप देने के लिए ही बड़े-बड़े अपार्टमेंटों, मॉल (Mall) एवं बाजारों के निर्माणकर्त्ताओं को प्रशासनिक कार्रवाई की जद में लाकर जिलाधिकारी ने किसी को सील किया तो किसी पर भारी जुर्माना (Fine) ठोंक दिया. कार्रवाई मुख्य रूप से शहर की उन 763.56 एकड़ की खासमहाल की जमीन पर बने निर्माणों के खिलाफ हो रही है. जिला प्रशासन के सूत्रों के मुताबिक वैसे निर्माणों में कुछ पनोरमा ग्रुप (Panorama Group) के संजीव कुमार मिश्र (Sanjiv Mishra) के हैं तो कुछ कांग्रेस नेता (Congress Leader) अरविन्द भोला (Arvind Bhola) के भी हैं. बताया जाता है कि शंकर झा बाबा (Shankar Jha Baba) जैसी नामचीन हस्तियों को भी नोटिस भेजी गयी है.

अभियान ग्रामीण इलाकों में भी
नगर आयुक्त आरिफ हसन (Arif Hasan) के मुताबिक भवन मानचित्र विचलन एवं अनधिकृत निर्माण के मामले में ऋतिक प्रभात और रीतेश कुमार के व्यावसायिक भवनों के छठे तले को अवैध घोषित कर उसे सील करने का आदेश दिया गया है. शहर के बड़े व्यवसायी रमेश चन्द्र अग्रवाल (Ramesh Chandra Agrawal) के एक व्यावसायिक भवन पर नक्शा स्वीकृत कराये बिना ही निर्माण कराने के आरोप में 10 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है. लाइन बाजार में नर्सिंग होम रूपी कई इमारतों को भी कार्रवाई के दायरे में लाया गया है. महत्वपूर्ण बात यह कि अतिक्रमण हटाओ अभियान सिर्फ पूर्णिया शहर (Town) में ही नहीं, ग्रामीण इलाकों में भी चलाया जा रहा है.

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