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समस्तीपुर : चमक सकती है उनकी किस्मत

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प्रवीण कुमार सिन्हा
11 जुलाई 2023
Samastipur : महागठबंधन (grand alliance) में समस्तीपुर संसदीय क्षेत्र (Samastipur Parliamentary Constituency) पर पहला दावा कांग्रेस (Congress) का बनता है. जीभ राजद (RJD) की भी लपलपा रही है. पूर्व मंत्री डा. अशोक कुमार (Dr. Ashok Kumar) कांग्रेस के दावेदार हैं. परन्तु, इस बार उनकी दावेदारी में पूर्व जैसा दम नहीं है. वैसी कोई सक्रियता भी नहीं दिख रही है. संभवतः लगातार हार का असर है. इतिहास गवाह है कि पिछले कई चुनावों में उन्हें कांग्रेस की उम्मीदवारी मिली, जीत कभी नहीं हो पायी. बताया जाता है कि इस अपशकुन के मद्देनजर इस बार उन्हें किनारे धरा दिया जाये तो वह कोई चौंकने वाली बात नहीं होगी.

ठोक सकता है दावा
गौर करने वाली बात है कि इसी अपशकुन के चलते कुशेश्वर स्थान (Kusheshwar Sthan) के उपचुनाव में उन्हें कांग्रेस की उम्मीदवारी नहीं मिली थी. अवसर उनके पुत्र अतिरेक कुमार (Atirek kumar) को मिला था. लेकिन, दुर्भाग्य का पीछा नहीं छूटा. दुर्गति ऐसी हुई जिसकी कल्पना किसी ने नहीं की होगी. अतिरेक कुमार 05 हजार 602 मतों में सिमट गये. विश्लेषकों की समझ है कि इससे भी डा. अशोक कुमार की संसदीय चुनाव में उम्मीदवारी पर ग्रहण लग जा सकता है. आशंका यह भी गहरा रही है कि कांग्रेस की हार के अंतहीन सिलसिला को देख समस्तीपुर संसदीय क्षेत्र पर राजद अपना दावा ठोक सकता है.


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कांग्रेस के पास भी है तर्क
इस सीट को अपने हिस्से में रखने के लिए कांग्रेस के पास एक तर्क है. उसे मजबूती से वह रख भी सकती है. तर्क यह कि हार डा.अशोक कुमार की हो रही है. इस बार उन्हें हाशिये पर रख वह किसी दूसरे दमदार पर दांव खेलेगी. इस तर्क को तवज्जो मिली, सीट कांग्रेस के कोटे में गयी तब समस्तीपुर नगर निगम की महापौर अनिता राम (Anita Ram) की किस्मत चमक सकती है. अनिता राम का कांग्रेस से गहरा जुड़ाव है. पूर्व विधायक चुल्हाई राम (EX. MLA Chulhai Ram) की वह पौत्री हैं .उनके पति भुवनेश्वर राम सेवानिवृत्त प्राचार्य हैं.

राहुल गांधी से मुलाकात
समस्तीपुर नगर परिषद की सभापति रहीं अनिता राम वारिसनगर और कल्याणपुर से अलग- अलग समय में कांग्रेस की उम्मीदवार रही हैं. दुर्भाग्यवश तीनों चुनावों में जीत नहीं मिल पायी 2017 में उन्हें राज्य खाद्य आयोग का सदस्य बनने का अवसर मिला. 2022 में समस्तीपुर नगर निगम का पहला महापौर बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ. महापौर बनने के बाद अनीता राम ने राहुल गांधी (Rahul Gandhi) एवं कांग्रेस के कई अन्य बड़े नेताओं से मुलाकात कर अपने संपर्क को विस्तार दिया.

महापौर पद का चुनाव
महापौर पद के हालिया चुनाव में उन्होंने बड़ी जीत हासिल की थी. बड़ी जीत इस रूप में कि विधानसभा के उपाध्यक्ष महेश्वर हजारी (Maheshwar Hazari) की पत्नी संध्या हजारी (Sandhya Hazari) भी महापौर पद की उम्मीदवार थीं. अनिता राम के मुकाबले कहीं टिक नहीं पायीं, तीसरे स्थान पर अटक गयीं. क्षेत्रीय राजनीति की गहन जानकारी रखने वालों के मुताबिक महेश्वर हजारी में रामविलास पासवान (Ramvilas Paswan) के परिवार के प्रति नये सिरे से नेह-छोह उमड़ने का यह भी एक कारण माना जा रहा है.
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