मुजफ्फरपुर जिला परिषद: काबिज होगी फिर दिनेश सिंह की ही इच्छा!
अरविन्द कुमार झा
25 दिसम्बर, 2021
MUZAFFARPUR : मुजफ्फरपुर जिला परिषद की राजनीति में निवर्तमान विधान पार्षद दिनेश सिंह (Dinesh Singh) के बीस वर्षीय प्रभुत्व को इस बार भी कोई चुनौती मिलती नहीं दिख रही है. अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के पदों पर उनकी ही ‘इच्छा’ काबिज होगी, ऐसा करीब-करीब तय माना जा रहा है. इस बार उनकी दिलचस्पी कुछ अधिक है. इसलिए कि बिहार विधान परिषद का चुनाव करीब है. मुजफ्फरपुर स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र से वह चुनाव लड़ते हैं. पिछले कई चुनावों से लगातार निर्वाचित हो रहे हैं. वहां भी शायद ही कोई उनके टक्कर में आयेगा.
दावेदार पांच हैं
54 सदस्यीय मुजफ्फरपुर जिला परिषद के अध्यक्ष का पद महिला (अनुसूचित जाति) के लिए सुरक्षित है. उपाध्यक्ष का पद सामान्य के लिए है. 2016 के चुनाव में भी यही स्थिति थी. इस चुनाव में अनुसूचित जाति की पांच महिलाएं जिला पार्षद निर्वाचित हुई हैं-कुढ़नी से संगीता देवी तथा रीना कुमारी, मुसहरी से विभा देवी, बोचहा से ऋचा कुमारी तथा मुरौल से नीलम देवी. इन्हीं में से किसी एक की किस्मत चमक जा सकती है. लेकिन, चमकेगी उसी की जिसको निवर्तमान विधान पार्षद दिनेश सिंह चमकाना चाहेंगे.
पूरा हो चुका है कर्मकांड
2016 में दिनेश सिंह की ही रणनीति के तहत अध्यक्ष बनने का सौभाग्य बोचहा के दिवंगत विधायक मुसाफिर पासवान (Musafir Paswan) की पुत्रवधू इंदिरा देवी (Indira Devi) को प्राप्त हुआ था. दुर्भाग्यवश इस बार जिला परिषद के चुनाव में ही वह मात खा गयीं. निर्वाचित होतीं तो फिर उन्हें ही अवसर मिलता. अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव 27 दिसम्बर को होना है. भरोसेमंद सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक दिनेश सिंह (Dinesh Singh) की कोशिश कुढ़नी (निर्वाचन क्षेत्र संख्या-23) से निर्वाचित जिला पार्षद संगीता देवी (Sangita Devi) को अध्यक्ष पद पर आसीन कराने की हो रही है. अंतिम क्षण में कोई दूसरा नाम सामने आ जाये तो वह अलग बात होगी. इस चुनाव के जो जरूरी ‘कर्मकांड’ होते हैं कथित रूप से उसे दिनेश सिंह ने पूरा कर रखा है.
निर्विरोध निर्वाचन संभव
विश्लेषकों की समझ है कि विरोध के लिए कोई मैदान में उतर जाये तो वह सिर्फ औपचारिकता ही होगी, अध्यक्ष और उपाध्यक्ष, दोनों पदों पर निर्विरोध निर्वाचन की मजबूत पृष्ठभूमि लगभग तैयार हो चुकी है. जिला परिषद के उपाध्यक्ष पद पर दिनेश सिंह की पृत्रवधू निरुपमा सिह (Nirupama Singh) काबिज रहेंगी, यह तय है. 2016 में भी वही उपाध्यक्ष चुनी गयी थीं. निरुपमा सिंह पारू (निर्वाचन क्षेत्र संख्या-10) के ‘पुश्तैनी क्षेत्र’ से निर्वाचित होती हैं. यह निवर्तमान विधान पार्षद दिनेश सिंह एवं उनकी पत्नी वैशाली की सांसद वीणा देवी का गृह क्षेत्र है.
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मिल सकती है चुनौती
एक चर्चा यह भी है कि इस बार उपाध्यक्ष पद के चुनाव में निरुपमा सिंह को चुनौती मिल सकती है. मुसहरी (निर्वाचन क्षेत्र संख्या-30) से निर्वाचित जिला पार्षद प्रियदर्शिनी शाही उर्फ मन्नु शाही चुनाव में उतरने का मन बना रहे हैं. मुजफ्फरपुर जिला मुखिया संघ के अध्यक्ष रहे प्रियदर्शिनी शाही उर्फ मन्नु शाही की चुनौती कोई अलग रंग दिखा पायेगी, इसकी संभावना नहीं बनती है.
झटका भी लगा
जिला परिषद के चुनाव में दिनेश सिंह को भी झटका लगा है. पारू (निर्वाचन क्षेत्र संख्या-11) में ही उनकी विवाहिता पुत्री निशिशंकर उर्फ गुड़िया परास्त हो गयीं. 2016 में भी उन्हें ऐसे ही हालात से रू-ब-रू होना पड़ा था. इस बार उनकी मां लोजपा सांसद वीणा देवी, भाजपा विधायक अशोक सिंह और वीआईपी के विधायक राजू कुमार सिंह राजू के जोर लगाने के बावजूद वह दबंग छवि के तुलसी राय की पत्नी ललिता देवी से मात खा गयीं.
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