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भागलपुर-बांका : तब हो जायेगी राह आसान!

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निरंजन मिश्र
11 मार्च, 2022

BHAGALPUR : बिहार विधान परिषद (Bihar Vidhan Parishad) के भागलपुर-बांका (Bhagalpur-Banka) स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र की तस्वीर धीरे-धीरे साफ होने लगी है. राजग के जदयू (JDU) समर्थित उम्मीदवार विजय कुमार सिंह (Vijay Kumar Singh) ने गुरुवार को पूरे तामझाम के साथ भागलपुर के जिलाधिकारी-सह-निर्वाची पदाधिकारी के समक्ष नामांकन (Nomination) किया. इस अवसर पर भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी (Ashok Chaudhary), भागलपुर के सांसद अजय मंडल (Ajay Mandal), बांका के सांसद गिरधारी यादव (Girdhari Yadav), राज्यसभा की पूर्व सदस्य कहकशां परवीन (Kahkashan Parveen), विधान पार्षद संजय सिंह (Sanjay Singh), भागलपुर जिला परिषद के अध्यक्ष अनंत कुमार उर्फ टुनटुन साह (Anant KUmar alias Tuntun Sah), भागलपुर जिला जदयू के अध्यक्ष लक्ष्मीकांत मंडल (Laxmikant Mandal), बांका जिला जदयू के अध्यक्ष अमरेन्द्र (Amrendra), जदयू के प्रदेश महासचिव विभूति गोस्वामी (Vibhuti Goswami), भागलपुर जिला भाजपा के अध्यक्ष रोहित पांडेय (Rohit Pandey) आदि मौजूद थे.

नामांकन के बाद बाइपास के समीप सभा आयोजित हुई जिसे उक्त नेताओं ने संबोधित किया. स्वच्छ चरित्र और जुझारू प्रवृत्ति के विजय कुमार सिंह बिहार स्टेट हाउसिंग को-ऑपरेटिव फेडरेशन लिमिटेड (Housing Co-operative Federation Ltd.) के अध्यक्ष हैं. जमुई (Jamui) जिले के चकाई (Chakai) विधानसभा क्षेत्र से कई बार चुनाव लड़ चुके हैं.व्यवहार कुशलता उनकी मुख्य पूंजी मानी जा रही है.

विधान परिषद का चुनाव 04 अप्रैल 2022 को होना है. पिछले चुनाव में मनोज यादव (Manoj Yadav) की जीत हुई थी जो वर्तमान में बेलहर (Belhar) से जदयू के विधायक (MLA) हैं. विधान परिषद क्षेत्र की विरासत संभालने का अवसर वह अपनी पत्नी जिला परिषद की पूर्व अध्यक्ष सिम्पल देवी (Simpal Devi) को सौंपने का इरादा रखते हैं. जदयू की उम्मीदवारी दिलाने की उन्होंने भरपूर कोशिश की. निराशा हाथ लगने पर सिम्पल देवी को निर्दलीय मैदान में उतारने की तैयारी कर रखी है. आजकल में उनका भी नामांकन संभावित है.


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महागठबंधन में यह सीट भाकपा के कोटे में है. उम्मीदवारी पूर्व विधान पार्षद संजय कुमार (Sanjay Kumar) को मिली है. सिम्पल देवी निर्दलीय या किसी दल का समर्थन प्राप्त कर मैदान में उतरती हैं तो मुकाबला त्रिकोणीय हो जा सकता है. इसका लाभ जदयू (JDU) समर्थित उम्मीदवार विजय कुमार सिंह को मिल जा सकता है, ऐसा विश्लेषकों का मानना है. नामांकन के बाद विजय कुमार सिंह का कहना रहा कि उनकी जीत हुई तो त्रिस्तरीय पंचायती राज व्यवस्था के जनप्रतिनिधियों की सुरक्षा के लिए उन्हें शस्त्र लाइसेंस उपलब्ध कराने का हरसंभव प्रयास करेंगे. उत्तरप्रदेश (Uttar Pradesh) की तरह यहां के स्थानीय निकाय जनप्रतिनिधियों को भी सम्मानजनक मानदेय दिलाने की कोशिश करेंगे.

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